भिवानी/मुकेश वत्स  

लघु सचिवालय के बाहर हरियाणा शारीरिक शिक्षकों ने धरने प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी कर नौकरी बहाली की मांग की। धरने की अध्यक्षत पीटीआई प्रमोद ने की। आज के क्रमिक अनशन पर सुरेंद्र सिंह, पिंकी देवी, प्रवीण कुमारी, सुरेंद्र कुमार थे।

प्रमोद पीटीआई ने कहा कि हरियाणा सरकार ने उनके द्वारा कि ये गए कार्यों की अनदेखी की है जिसके चलते उनको  बर्खास्त किया गया है। 1983 शारीरिक शिक्षकों को नौकरी से बाहर करना एक तरह से बेरोजगारी को बढ़ाना है। जबकि ये शिक्षक वर्ष 2010 से अपनी सेवाएं दे रहे थे। सरकार द्वारा इस प्रकार शारीरिक शिक्षकों के साथ सौतेले व्यहार की कड़े शब्दों में निंदा की। सरकार सभी महकमों का निजीकरण करना चाहती है जो कि ठीक नहीं है। इससे जनता की परेशानी दूर होने की बजाए बढेंगी। सभी युवा वर्ग बेरोजगार की श्रेणी में आ जाऐगा और कर्मचारियों का उत्पीडऩ भी होगा।  

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