भिवानी/मुकेश वत्स

 हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि बेटियां हमारा गर्व है और इनका सम्मान हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। बेटियों को बचाना और बेटियों को पढ़ाना दोनों ही आज के परिप्रेक्ष्य में बेहद जरूरी है। ये विचार चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरके मित्तल ने गांव पुर मे सर्व कल्याण मंच द्वारा आयोजित हर घर बेटी के नाम अभियान कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि कहे। उन्होंने कहा कि बेटियां सुख शांति समृद्धि और खुशहाली की प्रतीक होती हैं।  बेटियां घर की लक्ष्मी होती है घर में बेटियां होने से घर में सभी देवताओं का वास होता है।

उन्होंने कहा कि सर्व कल्याण मंच द्वारा चलाया जा रहा हर घर बेटी के नाम अभियान एक प्रशंसनीय पहल है। शिक्षा हमारे बीच में आपसी प्रेम भाव एवं एकता को बढ़ावा देती है और भेदभाव को मिटाने का काम करती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को आपसी सहभागिता से मिल जुलकर समस्याओं का समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में ग्रामीण विकास की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा ग्रामीणों को ग्रामीण विकास में पूर्ण सहभागिता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा पांच गावं गोद लेकर उनमें सामाजिक जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं। उन्होंने गांव पुर के लिए समाज एवं सबकी सहभागिता से योगदान से पुस्तकालय स्थापित किया जायेगा।

उन्होंने गाँव में ग्राम पंचायत के सभी प्रतिनिधियों, ग्रामीणों एवं महिलाओं के साथ हर घर बेटी के नाम अभियान का शुभारंभ किया। सर्व कल्याण मंच के अध्यक्ष नवीन कौशिक ने संबोधित करते हुए कहा कि मंच द्वारा यह अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जायेगा जिसका शुभारंभ आज गांव पुर से किया गया है। उनकी संस्था द्वारा बेटियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से अभियान की शुरुआत की है। प्रदेश के प्रत्येक गांव में यह अभियान संस्था ग्राम पंचायतों के साथ मिलकर चलायेगी।

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