आम जनता धर्म जाति व सांप्रदायिकता के नाम पर ना बटें: सुमेर प्रताप सिंह

भिवानी/शशी कौशिक

 भिवानी की पुलिस लाइन में पुलिस शहीद दिवस मनाया गया। पुलिस कप्तान सुमेर प्रताप सिंह ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रृद्धांजलि दी। उन्होने कहा कि शहीदों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। जिन शहीदों ने देश पर अपने प्राणों की कुर्बानी दी है पूरा देश उनको नमन करते है।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हम जनता की सेवा व सुरक्षा के लिए पुलिस में भर्ती होते हैं। उन्होंने आमजन से अपील किया कि आम जनता धर्म जाति व सांप्रदायिकता के नाम पर ना बटें। किसी भी प्रकार का बंटवारा कभी भी किसी के हित में नहीं होता हम सब को एक साथ मिलकर रहना चाहिए। हमें अपने देश को मजबूत करके एकता से आगे बढऩा चाहिए।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने शहीद सिपाही राजेश, जो गुरुग्राम में को ड्यूटी करते हुए शहीद हो गए थे, उनकी धर्मपत्नी में शहीद सिपाही सत्यवान, जो आतंकवादियों की मुठभेड़ में जिला कुरुक्षेत्र में शहीद हो गए थे, उनकी पत्नी खजानी देवी को सम्मानित किया गया। कल्याण निरीक्षक इंस्पेक्टर सोनू  कुमार ने बताया कि वर्ष 1959 में आज ही के दिन चीन से लगने  भारतीय सीमा की सुरक्षा में शहीदों ने अपने प्राण न्योछावर  किए थे। भारत तिब्बत सीमा की निगरानी का दायित्व भारतीय पुलिस कर्मियो पर ही था। भारत के उत्तर पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स से तीन पेट्रोलिंग पार्टी जो एक मिशन पर गए हुए थे। बीस पुलिस  कर्मियों के इस दल पर दुश्मनों द्वारा फायरिंग की जिसमें 10 बहादुर पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इस दिन को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में प्रत्येक वर्ष मनाया जाने लगा। गत वर्ष में देश भर में 419 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने देश की रक्षा करते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखने व आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में अपने प्राण न्योछावर करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हैं।

इस अवसर पर सहायक पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय वीरेंद्र सिंह, जिले के सभी प्रबंधक थाना चौकी इंचार्ज और पुलिस कर्मचारी उपस्थित रहे।

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