विधानसभा सत्र में कुंडू फिर उठाएंगे किसान विरोधी 3 कानूनों के मुद्दे को।. बरोदा का उप-चुनाव आम आदमी वर्सीज तानाशाह खट्टर सरकार के बीच, सभी विपक्षी एकजुट होकर भाजपा को हराएं।

चंडीगढ़, 21 अक्टूबर : किसानों की फसल की एमएसपी पर खरीद के बारे में पंजाब सरकार ने जो प्रस्ताव पास किया है वह सराहनीय है। इस निर्णय के लिए कैप्टन सरकार बधाई की हकदार है और हरियाणा की खट्टर सरकार को प्रदेश के किसान-मजदूर और आम उपभोक्ता के हितों की रक्षा के लिए ऐसा ही करना चाहिए। यह बात आज चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान महम के निर्दलीय विधायक बलराज सिंह कुंडू ने कही। उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए हरियाणा विधानसभा के 1 दिन के विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने इसी मुद्दे को लेकर कॉलिंग अटेंशन मोशन लगाया था जिसके बारे में सदन के अध्यक्ष ने आश्वासन दिया था कि आगामी सत्र के दौरान जब सदन चलेगा तो इस पर चर्चा करवाई जाएगी। इसी क्रम में मैं आज विधानसभा में एक रिवीजन कॉल इन मोशन पत्र भी देकर आया हूँ। जिसमें अनुरोध किया गया है कि 5 नवम्बर से शुरू होने वाले हरियाणा विधानसभा के सत्र में इस विषय को पटल पर रखा जाए और इस पर विस्तार से चर्चा करवाई जाए। आज प्रदेश में इससे अधिक महत्वपूर्ण दूसरा कोई मुद्दा नहीं है। इस पर चर्चा के बाद हरियाणा में भी पंजाब की तर्ज पर प्रस्ताव पास किया जाए ताकि किसान मजदूर और आम उपभोक्ता को बचाया जा सके।

बलराज कुंडू ने कहा कि यह दुर्भाग्य का विषय है कि आज भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहते हैं कि एमएसपी की गारंटी उचित नहीं है। धनखड़ साहब आज व्यापारियों की चिंता तो कर रहे हैं लेकिन उनको आज किसान मजदूर की चिंता नहीं है। इससे भाजपा का दोगला चेहरा उजागर होता है। करीब 6 साल पहले तक धनखड़ साहब कपड़े उतारकर किसानों की लड़ाई लड़ने का नाटक करते थे अगर वे सही में किसान हितैषी हैं तो आज कपड़े उतारकर संकट में फंसे किसानों के साथ आंदोलन में आकर खड़े हों।

विधायक कुंडू ने कहा कि आज हरियाणा में ना केवल किसान मजदूर बल्कि छोटा दुकानदार और व्यापारी तथा कर्मचारी और बेरोजगार बुरी तरह से परेशान हो चुके हैं। बर्खास्त किए गए पीटीआई परिवार के साथ आज सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर हो गए हैं लेकिन तानाशाही सरकार के कानों पर जूं तक भी नहीं रेंग रही। प्रदेश के लोग अब भाजपा की असलियत को पहचान चुके हैं और आने वाले बरोदा उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी की जमानत जब्त करा कर इस तानाशाह सरकार को करारा जवाब देंगे। कुंडू ने कहा कि आज सभी विपक्षी दलों को पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सरकार के खिलाफ एकजुट होकर बरोदा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाना चाहिए।

उन्होंने जनता की भावना के अनुसार निर्दलीय प्रत्याशी डॉ कपूर सिंह नरवाल से अपना समर्थन वापस लेकर और उनका नामांकन वापस करवाकर इसकी पहल कर दी है और वे तमाम विपक्ष से भी आह्वान करते हैं कि खट्टर सरकार के घमण्ड को तोड़ने के लिए पार्टीलाइन से ऊपर उठकर एकजुट हो जाएं। कुंडू ने कहा कि बरोदा में सरकार की हार प्रदेश के किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, व्यापारी, आढ़ती, कर्मचारी और बेरोजगारों की जीत होगी। आज प्रदेश में सभी वर्ग खट्टर सरकार से तंग आ चुके हैं और इससे छुटकारा चाहते हैं और बरोदा चुनाव के नतीजों के बाद यह सरकार ज्यादा दिन तक नहीं चल पाएगी।

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