धर्मपाल वर्मा

गोहाना – बरोदा उपचुनाव अब रोचक स्थिति में पहुंच गया है वह इसलिए की चुनाव न केवल आमने सामने का हो गया है बल्कि कांटे का भी होने जा रहा है।

चुनाव का यह वह दौर है जिसमें जो भी पक्ष जो दे सकने में सक्षम है वही दे रहा है और लेने वाले भी अपने भाव बढ़ा रहे हैं । यहां पहले मारे सो जीते वाली कहावत चरितार्थ हो रही है ।

पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके कुछ कार्यकर्ता एक जाति विशेष के प्रभावशाली लोगों को संतुष्ट करने मैं लग गए है। श्री हुड्डा के 19 अक्टूबर के मास्टर स्ट्रोक ने कांग्रेस को मजबूत किया उन्होंने मतदाताओं को साइक्लोजिकल ट्रीटमेंट दिया परंतु भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को सावधान भी कर दिया और उन्होंनेअपनी रणनीति बदल कर नई योजना को कार्य रूप देना शुुरू किया है । भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को यह एहसास हो गया है कि उनके उम्मीदवार के लिए अब जाट संकट मोचन की भूमिका में आए तो ही बेड़ा पार हो पाएगा । ऐसा लग रहा है कि भाजपा के नेता जाट मतदाताओं ही नहीं जाट नेताओं उनके प्रभावशाली लोगों को अपने पक्ष में करने में जुट गए हैं और इसके अच्छे परिणाम सामने आने लगे हैं ।हलके के कुछ जाट नेता भाजपा में भी शामिल हो सकते हैं । पता चला है कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता के पुत्र  आजकल में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं ।वे  समर्थकों के साथ  विचार-विमर्श करके अंतिम फैसला लेंगे । इससे भाजपा को बरोदा हलके के सभी गांव में अतिरिक्त ताकत मिल सकती है। इससे भाजपा को चुनाव में निर्णायक मदद मिल सकती है।  भारतीय जनता पार्टी के नेता इस मामले में काम आने वाले लोगों पर फोकस करने में लगे हुए हैं ।

 रणनीतिकारों ने इस और विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है कई लोग भाजपा के लिए मददगार साबित हो सकते हैं। भाजपा इस समय प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ कृषि मंत्री जेपी दलाल सुभाष बराला आदित्य चौटाला निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान आदि पर ही निर्भर रहकर चल रही थी किसी कारण से बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंहभी चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं ले पा रहे थे

अब  जननायक जनता पार्टी के नेताओं के चुनाव प्रचार में शामिल हो जाने के बाद यहां भारतीय जनता पार्टी की स्थिति मजबूती की ओर बढ रही है। मंगलवार को जननायक जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता डॉक्टर केसी बांगड़ ने अपनी प्रभावी टिप के साथ कई गांव में जनसभाओं को संबोधित किया । उनके साथ पार्टी के जिलाध्यक्ष पदम सिंह दहिया निर्दलीय विधायक व चेयरमैन सोमवीर सांगवान रणधीर सिंह लठवाल तथा कई और स्थानीय नेता भी रहे। जल्दी ही जननायक जनता पार्टी के सभी बड़े नेता डॉक्टर अजय सिंह चौटाला उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला दिग्विजय सिंह चौटाला तथा नैना चौटाला भी जनसभाओं को संबोधित करने आ रहे हैं इनके कार्यक्रमों के बाद भारतीय जनता पार्टी को अधिकांश गांव में मजबूती मिलेगी। भारतीय जनता ने सार्थक प्रयास यह उम्मीदवार योगेश्वर दत्त के साथ जाट नेताओं के रूप में सोमवीर सांगवान और डॉ केसी बांगड़ को भेजने का जो सिलसिला शुरू किया है इसका अच्छा प्रभाव आया है ।

भाजपा के नेता दूसरे जाट नेताओं को पार्टी के साथ जोड़ने उनसे सहयोग लेने की कोशिश में जुट गए  हैं। ।इसके अलावा पार्टी ने महेंद्र सिंह मलिक रणधीर सिंह लठवाल को भी काम पर लगा दिया है जल्दी ही ऐसे कई प्रभावशाली नेता और कार्यकर्ता भाजपा के पक्ष में काम करते नजर आएंगे । वरिष्ठ नेता जय सिंह ठेकेदार जल्दी ही चुनाव प्रचार से जुड़ जाएंगे । पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता चुनाव प्रचार में हिस्सा लेने आने लगे हैं  ।

 अच्छी बात यह है कि चुनाव प्रचार को डॉक्टर केसी बांगड़ और सोमवीर सांगवान इमानदारी से और प्रभावशाली तरीके से चला रहे हैं । यह दोनों हल्के में जाट मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में लाने मैं कामयाब हो सकते हैं । भाजपा के रणनीतिकारों का जाट मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास उनके काम आ सकता है ।

उधर बेशक इदू राज भालू कांग्रेस के उम्मीदवार हो परंतु यह ऐसा लग रहा है कि बरोदा का चुनाव कांग्रेस नहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा लड़ रहे हैं । भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी जाट नेताओं कीअतिरिक्त मदद लेने की कोशिश की बताते हैं। पूर्व विधायक किताब सिंह मलिक उनके लिए काम करते नजर आ सकते हैं पता चला है किश्री।हुड्डा ऐसे लोगों को भी चुनाव प्रचार में शामिल करने की योजना पर काम कर रहे हैं जो व्यक्तिगत प्रभाव रखते हैं और दूसरे दलों में सक्रिय हैं । कांग्रेस की तरफ से कुछ ऐसी सूचनाएं मिली है कि चर्चित कृषि कानूनों के संदर्भ में किसानों की भावनाओं के दम पर कुछ नया किया जाए । इसमें धरना प्रदर्शन भूख हड़ताल आदि तरीके भी अपनाए जा सकते हैं ।

उधर भारतीय जनता पार्टी के रणनीतिकार उन लोगों से संपर्क स्थापित किए हुए हैं जो टिकट के दावेदार थे लेकिन जिन्हें टिकट नहीं मिली ।कुल मिलाकर कहा जा सकताा है कि जाट मतदाताओं के भाजपा के पक्ष में आने से बरोदा का उपचुनाव काफी रोचक और कांटे का हो जाएगा क्योंकि भारतीय जनता पार्टी को अंदर खाने समर्थन करने वाले लोगों की संख्या निरंतर बढ़ रही है ।