एमएलए जरावता ने सीएम खटटर से मुलाकात कर मांगपत्र सौंपा.
जल जीवन मिशन का लक्ष्य 2022 तक निधार्रित किया गया

फतह सिंह उजाला

पटौदी। गांवों को स्वच्छ पेयजल व सिवरेज की व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिये पटौदी विधायक एडवोकेट सत्यप्रकाश जरावता ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर से मुलाकात कर मांगपत्र सौंपा है। विधायक का कहना है कि अगर सरकार ने नहरी पानी संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी तो ग्रामवासियों को सिर पर मटका रख कर पीने के पानी की तलाश में भटकना नहीं पडेगा और सभी को नहर का स्वच्छ पेयजल मुहैया होगा।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर के नाम भेजे मांग पत्र में पटौदी विधायक सत्य प्रकाश जरावता ने बताया कि जिला गुरुग्राम को डार्क जोन घोषित किया हुआ है। वहीं भूमिगत पानी का लेबल भी काफी नीचे जा चुका है। इसलिए गुरुग्राम के अंर्तगत आने वाली पटौदी सहित अन्य विधानसभा क्षेत्र के गांवों को नहरी पानी से जोडा जाना अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जल जीवन मिशन कार्यक्रम का आवाहन 15 अगस्त 2019 को किया गया था। जिसका उदेश्य प्रत्येक ग्रामीण घरों में 2024 तक पानी व सिवरेज कमेटी की मदद से स्वच्छ जल समुचित मात्रा में पहुंचाना है। जबकि प्रदेश सरकार द्वारा जल जीवन मिशन कार्यक्रम को 100 प्रतिशत पूर्ण करने का लक्ष्य 2022 तक निधार्रित किया गया है।

उन्होंने बताया कि अधिकांश ग्रामीण अंचल में नलकूप आधारित जल वितरण योजना के तहत पीने के पानी, जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा रहा है। इन नलकूपों का जल स्तर दिन प्रति दिन बड़ी तेजी से घट रहा है। जिसके चलते इन नलकूपों के पानी की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है। जिसके कारण कुछ समय बाद यह पानी पीने योग्य भी नहीं रहेगा। इसलिए स्वच्छ जल प्रत्येक घर तक पहुंचाने के लिए नलकूप आधारित जल वितरण योजनाओं को नहरी पानी पर आधारित योजना में परिवर्तित करने की आवश्यकता है। नहरी पानी अधारित जल वितरण योजना के लिए नहरी विभाग से उचित मात्रा में नहरी पानी की आवश्यकता है। ताकि सरकार की योजना का लाभ प्रत्येक व्यक्ति को मिल सके। उन्होंने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा बादली से नहरी पानी की सप्लाई के लिए विभाग में अधिकारियों से हुई बैठक में विचार विर्मश उपरांत सभी गांवों को नहरी पानी से जोड़ कर एनसीआर कनाल से नहरी पानी लेकर शेष जमा राशि  का प्रोजेक्ट तैयार किया जाना है। उन्होंने बताया कि इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता द्वारा दो प्रोजेक्ट भी तैयार किए गए है।

जिले के पांच मौजूदा जल घरों व चार जलघरों से 67 गांवों को नहरी पानी पर आधारित जल वितरण योजना से जोड़ने के लिए, एक नया नहरी जल घर कासन में बनाकर उससे 78 गांवों को नहरी पानी पर आधारित जल वितरण योजना जोड़ने के प्रस्ताव तैयार किया गया है। जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा बैठक में यह भी तय किया गया कि नहरी विभाग द्वारा मेवात के लिए नहरी पानी की पाइप लाइन डाली जाए तथा  जिला के सभी गांवों को उसी नहरी पानी से जोड दिया जाये। जिसके लिए प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। जिसके लिये नाबार्ड के अंर्तगत फंड लिया जाना है। नहरी विभाग से कच्चे पानी की 43.08 क्यूसीक की मांग की गई है। जिसकी मंजूरी नहरी विभाग में लंबित है। उन्होंने बताया कि मंजूरी मिलने से इस प्रोजेक्ट के प्रथम फेस के अंर्तगत कासन गांव में एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से 59 गांव और 19 ढाणियों को जोडने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि इसके लिए ग्राम पंचायत कासन द्वारा लगभग 50 एकड़ भूमि का प्रस्ताव पास करके भी सरकार को भेजा हुआ है।

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