भिवानी/मुकेश वत्स

 संसद में पारित किसान व आमजन विरोधी तीन अधिनियमों पर विस्तृत चर्चा के लिए संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा द्वारा आज भिवानी जिला के सागवन गांव में मोर्चा के भिवानी व चरखी दादरी जिला के प्रतिनिधियों व किसानों के साथ बैठक का आयोजन किया गया । बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा संयोजक दलीप सिंह सांगवान ने बताया की संसद में पारित कृषि से संबन्धित तीन बिल जो अब अधिनियम बन चुके हैं वे देश के किसान, आमजन व उपभोक्ताओं के लिए मौत का वारंट हैं ।

तीनों अधिनियमों के लागू होने के साथ ही किसान बंधुआ मजदूर बनकर रह जाएगा, करार के नाम पर किसानों के साथ खुली लूट होगी, पूंजीपतियों के गोदाम खद्यन्नों से भरे होंगे परंतु उपभोक्ता को किसी भी भाव में सामान नहीं मिलेगा, महंगाई चरम पर होगी व आमजन के लिए जीना दुभर हो जाएगा। उन्होने बताया की तीनों अधिनियम सरकार की किसान व आमजन विरोधी नीतियों का खुला प्रदर्शन है। यही कारण है आज पूरे देश का किसान धरना प्रदर्शनों के जरिये आंदोलन की राह पर है व अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।

उन्होने दक्षिण हरियाणा में सरकारी तंत्र द्वारा अधिनियमों बारे भ्रामक प्रचार को मात देने व किसानों की लड़ाई की हो रही उपेक्षा का जिकर करते हुए मोर्चा प्रतिनिधियों के समक्ष किसानों के समर्थन में उतरने व रणनीति बनाने का आह्वान किया। उन्होने बताया की बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने एकमत से किसान व किसानी के साथ सरकार द्वारा की जा रही खिलवाड़ पर चिंता जाहीर करते हुए किसानों के आंदोलन को बल स्वरूप बाढड़़ा में तहसील परिसर के सामने बृहस्पतिवार 22 अक्तूबर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने का निर्णय लिया।

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