– कोरोना से लड़ाई जीत चुके गुरुग्रामवासी अब दूसरों का जीवन बचाने को आ रहे आगे, –ऐसे 338 व्यक्ति प्लाज़्मा डोनेशन के लिए आए आगे। गुरुग्राम 20 अक्टूबर। कोरोना को मात देने के बाद प्लाज्मा दान की इच्छा रखने वाले लोग अब दूसरे कोरोना संक्रमितों की इससे लडने में मदद कर रहे हैं। वे आगे आकर अपना प्लाज़्मा डोनेट कर रहे हैं ताकि अन्य संक्रमितों की जान बचाई जा सके। अब तक 338 लोग अपना प्लाज़्मा डोनेट करने को आगे आ चुके हैं। प्लाज़्मा डोनेशन के बारे में बताते हुए जिला उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि जिला में प्लाज्मा डोनेशन की मुहिम धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है और अब तक कोरोना से स्वस्थ हो चुके 338 लोग अपना प्लाज़्मा डोनेशन के लिए आगे आ चुके है। उन्होंने कहा कि अब लोगो में प्लाज़्मा डोनेट करने को लेकर गलतफहमियां दूर हो रही हैं और कोरोना पर विजय प्राप्त कर चुके लोग स्वस्थ होने के बाद प्लाज़्मा डोनेट करने के लिए आगे आ रहे हैं। श्री खत्री ने बताया कि प्लाज़्मा लेते समय व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच की जाती है और पूरी तरह से स्वस्थ पाए जाने वाले व्यक्ति का ही प्लाज़्मा लिया जाता है। श्री खत्री ने बताया कि सभी 338 लोगो के स्वास्थ्य की जांच की गई जिसके पश्चात इन व्यक्तियों में से 202 व्यक्ति अपना प्लाज़्मा डोनेट करने के लिए पूरी तरह से स्वस्थ पाए गए। इन 202 व्यक्तियों से 401 यूनिट प्लाज़्मा रोटरी ब्लड बैंक को प्राप्त हुआ है , जिसके बाद रोटरी ब्लड बैंक द्वारा 397 यूनिट प्लाज़्मा दूसरे कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए दिया जा चुका है। श्री खत्री ने बताया कि प्लाजमा डोनेट करने वाले व्यक्ति को रोटरी क्लब की ओर से प्रशंसा पत्र तथा मैडल भेंट कर सम्मानित किया जा रहा है। इसके अलावा, प्लाजमा डोनेट करने वाले व्यक्ति को रोटरी क्लब की ओर से एक कार्ड बनाकर भी दिया जाता है जिसका वे जरूरत पड़ने पर प्रयोग कर सकते हैं। इसका फायदा यह होगा कि व्यक्ति एक साल तक जरूरत अनुसार रोटरी क्लब से ब्लड निःशुल्क ले सकता है। प्लाज़्मा डोनेट करने की पात्रता के बारे में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने बताया कि प्लाजमा डोनेट करने के लिए व्यक्ति की आयु 18 से 60 साल के बीच होनी अनिवार्य है । कोरोना संक्रमण से ठीक होने के उपरांत 14 दिन के भीतर प्लाजमा डोनेट किया जा सकता है। ने बताया कि महिलाओं में केवल वे महिला ही प्लाज्मा डोनेट कर सकती हैं जो कभी मां नहीं बनी या जिसका कभी मिसकैरेज अर्थात गर्भपात नहीं हुआ हो। पुरुषों में कोई भी पुरुष प्लाज़्मा डोनेट कर सकता है, परंतु यदि वह मधुमेह रोगी है तो उसका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित होना चाहिए और वह इंसुलिन पर निर्भर ना हो। उन्होंने बताया कि प्लाज्मा डोनेट करने से पहले व्यक्ति को अधिक से अधिक तरल पदार्थ पीना चाहिए और कम से कम 2 घंटे पहले उचित भोजन लेना चाहिए। Post navigation भवन निर्माण कामगार यूनियन के प्रदर्शन से सड़के हुई लाल खाली प्लॉट की सफाई कर दिया स्वच्छता का संदेश