–    नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने सीएम विंडो से प्राप्त होने वाली शिकायतों की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को दिए स्पष्ट निर्देश.

गुरूग्राम, 19 अक्तुबर। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने सोमवार को अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे सीएम विंडो के माध्यम से आने वाली शिकायतों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें तथा की गई कार्रवाई की रिपोर्ट अपलोड करें।

    निगमायुक्त ने उक्त निर्देश सोमवार को सीएम विंडो के माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतों की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जनसुविधाओं से जुड़ी शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर लें। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि वे 22 अक्तुबर को एक बार फिर समीक्षा करेंगे, तब तक दो दिन के लिए इन शिकायतों के समाधान पर फोकस करें। उन्होंने चीफ इंजीनियर को निर्देश दिए कि वे समय-समय पर सीएम विंडो से प्राप्त होने वाली शिकायतों की समीक्षा अपने स्तर पर भी करें। अगर कोई अधिकारी कोताही बरतता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने हेतु अनुशंसा करें।   

निगमायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज द्वारा स्वच्छ हरियाणा मोबाइल एप की शुरूआत की गई है और इसके माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतों के समाधान के लिए समयसीमा निर्धारित की गई है। इसकी निगरानी स्वयं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कर रहे हैं, इसलिए आने वाली शिकायतों का समाधान निर्धारित समयसीमा में करवाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से गारबेज कलैक्शन, रोड़ स्वीपिंग, स्ट्रीट लाईट, पब्लिक टॉयलेट तथा नालों की सफाई से संबंधित शिकायतें आती हैं।

    निगमायुक्त ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो अधिकारी इन सीएम विंडो एवं स्वच्छ हरियाणा एप के माध्यम से प्राप्त शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेता है या इनके समाधान में कोताही बरतता है, तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

    बैठक में एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर रोहताश बिश्रोई, संयुक्त आयुक्त जितेन्द्र कुमार, हरीओम अत्री एवं धीरज कुमार, चीफ इंजीनियर रमन शर्मा, चीफ टाऊन प्लानर आरके सिंह, चीफ अकाऊंट ऑफिसर बीबी कालरा सहित कार्यकारी अभियंता, जोनल टैक्सेशन ऑफिसर एवं वरिष्ठ सफाई निरीक्षक उपस्थित थे।

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