19 अक्टूबर 2020 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह को बिना मांगे सलाह देते हुए कहा कि वे हरियाणा भाजपा सरकार व भाजपा संगठन के निर्णयों पर राजनीतिक स्यापा करने की बजाय अपने को अतिथि कलाकार मानकर भाजपा की राजनीति करे। विद्रोही ने कहा कि विधानसभा चुनावों में रेवाड़ी के जिस भाजपा नेता के साथ राव इन्द्रजीत सिंह का छत्तीस का आंकडा बना था, जिसके चलते उन्होंने उक्त नेता को भाजपा पार्टी संगठन से भी हटावाया थ। पर एक साल में ही मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर व भाजपा नेतृत्व ने राव इन्द्रजीत सिंह से छत्तीस का आंकडा रखने वाले पार्टी कार्यकर्ता को हरको बैंक का चेयरमैन बनाकर साफ संदेश दे दिया है कि भाजपा में राव साहब की हैसियत मात्र एक अतिथि कलाकार की है।

जिस तरह फिल्म में किसी भी अतिथि कलाकार को थोडा सा रोल देकर उसकी लोकप्रियता का फायदा उठाकर फिल्म को हिट करवाने का प्रयास किया जाता है, उसी प्र्रकार चुनावी लाभ व अहीरवाल में संघी जड़े जमाने के लिए भाजपा-संघ ने राव इन्द्रजीत सिंह का अतिथि कलाकार की तरह ही अपनी सुविधा अनुसार प्रयोग करते रहते है। विद्रोही ने कहा कि अपने राजनीतिक हित साधने के बाद भाजपा राव साहब को फिल्मी अतिथि कलाकार की तरह राजनीतिक रूप से डम्प कर देती है और आवश्यकता पडने पर झाड़-पौंछकर फिर आगे कर देती है। राव इन्द्रजीत सिंह व उनके समर्थकों को यदि संघी राजनीति करनी है तो हर बार राजनीतिक स्यापा करके रोने-धोने की बजाय यह मानकर भाजपा में राजनीति करनी चाहिए कि भाजपा में उनकी हैसियत अतिथि कलाकार जैसी है। 

विद्रोही ने राव इन्द्रजीत सिंह को सलाह दी कि वे भाजपा में अपने को अतिथि कलाकार हैसियत वाला नेता मानकर सत्ता के द्वारा जितना अपनी निजी हित साथ सकते है, वह साध ले। क्षेत्र के जनहित, विकास के मुद्दे वे जरूर उठाये, पर होगा वही जो भाजपा-संघी चाहेगे। राव साहब की लाख कोशिशों के बाद भी विगत पांच सालों से मनेठी एम्स का मुद्दा वहीं का वहीं पड़ा है। बिनौला डिफैंस यूनिवर्सिटी निर्माण छह साल से जस का तस है। गोठडा-पाली सैनिक स्कूल व भगत फूलसिंह महिला रीजनल सैंटर कृष्ण नगर का भवन निर्माण भी विगत छह सालों से कछुआ गति से चल रहा है।

विद्रोही ने कहा कि यही स्थिति दक्षिणी हरियाणा के विभिन्न रेलवे ब्रिजों व अंडरपासों सहित विभिन्न विकास कार्यो के निर्माण की है। राव साहब के निर्वाचन क्षेत्र गुरूग्राम की भागरौला-काकरौला विश्वविद्यालय का भवन निर्माण कब होगा, कोई नही जानता। गुरूग्राम की नागरिक सुविधाओं का ढांचा विगत कांग्रेस शासन से कहीं बुरा है। विद्रोही ने कहा कि इसका मूल कारण दक्षिणी हरियाणा का निजी हितों की राजनीति करने वाला राजनीतिक नेतृत्व है।

error: Content is protected !!