भिवानी/शशी कौशिक  

ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा के बैनर पर जिले के सफाई कर्मचारियों ने विधायक घनश्याम सर्राफ  के आवास पर प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों का ज्ञापन उनके पीए सत्यनारायण को दिया। प्रदर्शन की अध्यक्षता दलबीर सिंह ने की ओर संचालन राममेहर सिंह ने किया। रोष प्रदर्शन को संबोधित करते हुए ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा के राज्य महासचिव विनोद कुमार ने कहा कि सफाई का काम स्थाई काम है, इसलिए सरकार को इन कर्मचारियों को एक कलम से पक्के करने चाहिए वरना कम से कम न्यूनतम वेतन 18000 लागू करना चाहिए। लेकिन ऐसा करने कि बजाय प्रदेश की सरकार राज्य के 11000 के करीब ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के साथ दोहरा मापदंड अपना रही है।

2013 में शहर के सफाई ठेका कर्मियों व गांव के सफाई कर्मियों का वेतनमान एक था। अब ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का वेतन 2500 कम है। 25 अगस्त को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ वार्ता में उठाई है। साथ ही यूनियन ने वार्ता में पी. एफ, ईएसआई,  औजारों को ब्लॉक से दिलवाने, काम के नॉर्म तय करने, सफाई कर्मी महिलाओं को वेतन समेत प्रसूति अवकाश, एरियर के भुगतान, बेगार लेने बारे चर्चा की। जिस पर उपमुख्मंत्री ने इन्हे पूरा करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक भी इस सम्बंध में कोई पत्र जारी नही किया है।

सीटू  जिला सचिव  अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा सरकार इन कर्मियों को कोराना यौद्धा कहते नहीं थकती परंतु अभी तक कोरोना काल में एक नए पैसे की बढ़ोतरी नहीं की है। पीएफ व ईएसआई जैसे सरकार के लिखित निर्णय भी बीडीपीओ-डीडीपीओ लागू नहीं कर रहे। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला 25 अगस्त को हुई वार्ता में तमाम मसलों को सुलझाने के लिए 15-20 दिन का समय मांगा है लेकिन करीब 2 माह बीतने के बाद भी मांगों का समाधान ना होने से खफा ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने रोष है।  

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