किसान भरत सिंह राणा की मृत्यु हादसा नही हत्या, किसान के साथ लोकतंत्र की हत्या हुई : नायब सैनी

कांग्रेस की ओच्छी राजनीति का शिकार हुए भरत सिंह राणा : नायब सैनी
किसानों की आजादी कांग्रेस और चढूनी को स्वीकार नही: नायब सैनी
किसान भरत सिंह राणा कर रहे थे कृषि सुधार कानूनों का समर्थन
कांग्रेसी नेताओं और चढूनी के गुंडों ने की हाथापाई  

चंडीगढ़, 17 अक्तूबर 2020 – नारायणगढ से कृषि कानूनो के समर्थन में भाजपा व किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्ट्रर यात्रा के दौरान  कुछ लोगों द्वारा किए उत्पात  के  कारण  हुई एक किसान की मृत्यु के बाद कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सिंह सैनी ने भारतीय जनता पार्टी के चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में शुक्रवार को पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाया। सांसद नायब सैनी के साथ मृतक किसान भरत सिंह राणा के पुत्र अमित, अम्बाला के भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश बतौरा, घटना के समय चश्मदीद और घायल किसान धर्मवीर और जसमेर मौजूद थे।

सांसद नायब सैनी ने बताते हुए कहा कि उस दिन कृषि सुधार कानूनों के समर्थन में रैली के दौरान हुए घटनाक्रम में जिस प्रकार से ट्रैक्ट्ररों को नुकसान पहुंचाया गया, यात्रा में शामिल कृषि कानूनों के समर्थक किसानों के साथ धक्का मुक्की की गई और इसी दौरान एक किसान भरत सिंह राणा की जान चली गई है। लोकतान्त्रिक व्यवस्था में सभी को अपनी बात कहने का हक होता है, परन्तु बात कहने की आड़ में गुंडागर्दी पर उतर आना निंदनीय है। इस घटनाक्रम को अंजाम देने वालों की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। किसी बात का विरोध करने के लिए किसी की जान लेना सही नहीं है। लोकतंत्र ने सभी को अपनी बात शांतिपूर्वक तरीके से रखने का अधिकार है। लेकिन नारायणगढ से कृषि कानूनों के समर्थन में भाजपा व किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्ट्रर यात्रा के विरोध में जिस प्रकार का कुछ लोगों ने तांडव किया वह लोकतंत्र पर हमला है यह लोकतंत्र की हत्या है।  

सांसद ने कड़े शब्दों में कहा कि कांग्रेस और चढूनी के गुंडों द्वारा की गई यह हत्या हरियाणा में लोकतंत्र की हत्या है। लेकिन किसान के नाम पर जिन लोगों ने गुंडागर्दी की है, उन पर कानून अनुसार कार्यवाही होगी। उन्होने कहा कि उनका भी यह प्रयास होगा कि परिवार को पूरा न्याय मिले और जो भी आरोपित है उन पर प्रशासन अपने हिसाब से सख्त कार्यवाही करेगा। यह सभी जानते है कि किसान भरत सिंह राणा की हत्या के दोषी सभी लोग कांग्रेस समर्थित और चढूनी ग्रुप से थे।

किसान की मृत्यु से जुड़े एक सवाल पर सांसद ने कहा कि कुछ लोग कह रहे है कि कोई हमला नहीं हुआ परन्तु अकेले किसान भरत सिंह की जान का नुकसान ही नहीं हुआ है बल्कि वहाँ मौजूद किसान धर्मवीर, जसमेर समेत दर्जनभर लोग इस हाथापाई में जख्मी हुए है जो आज इस प्रेसवार्ता में हमारे साथ है।

मृतक किसान के बेटे अमित ने मीडिया के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि उस दिन कांग्रेस और गुरनाम सिंह चढूनी ग्रुप के कुछ लोगों ने जिस ट्रैक्टर पर मेरे पिता जी बैठे थे उसको घेर लिया और ट्रैक्टर पर लगे झंडे खीचने लगे। पिता घबरा गए की ये हमला किसने कर दिया, उनकी तबियत वही बिगड़ गई और उनकी मृत्यु हो गई। अमित ने कहा कि जिन लोगों ने ट्रैक्टर पर हमला किया वही लोग मेरे पिता की मौत के जिम्मेदार है। अमित ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमें न्याय मिले और दोषियों को कठोर दंड मिले।

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