प्रदेश में महिला पुलिस कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की मांग

चंडीगढ़/पंचकूला, 17 अक्तूबर। हरियाणा पुलिस के सेवानिवृत्त महानिदेशक एवं जाट सभा चंडीगढ़ के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र सिंह मलिक ने हरियाणा के मुख्य सचिव विजयवर्धन को पत्र लिखकर राज्य में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर रोकथाम लगाने व कानून-व्यवस्था बनाए रखने की मांग की है। पत्र में डॉ. मलिक ने कहा है कि हरियाणा पुलिस बल में लगभग 55,000 पुलिस कर्मचारी हैं जिनमें महिलाओं की संख्या केवल 6-7 प्रतिशत है। इसके अलावा, इंस्पेक्टर और उससे ऊपर के रैंक में तो नाममात्र ही हैं। उन्होंने कहा कि इन दिनों पैरा-मिलिट्री फोर्स यानी बीएसएफ व सीआईएसएफ आदि की अपनी महिला पुलिस बटालियन है। इतना ही नही हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्य में भी महिला पुलिस बल की एक पूरी बटालियन है। उन्होंने कहा कि हाल ही में राज्य सरकार ने स्थानीय निकायों यानी पंचायतों व नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा कीउहै। अगर महिला पुलिस कर्मचारियों की भी संख्या बढ़ा दी जाएग तो उससे कोविड-19 जैसी महामारी के दौरान संरक्षण और उपचार में सहायता मिलेगी।

डॉ. मलिक ने बताया कि पत्र में उन्होंने लिखा है कि हरियाणा में महिला पुलिस स्टेशनों में अपराध की जांच और रोकथाम के लिए उचित हथियारों, उपकरणों और अन्य तकनीकी सहायता की भी कमी है। इन थानों में महिला पुलिस कर्मचारियों की पर्याप्त संख्या नही है जिसके कारण यहां कार्यरत महिला कर्मचारियों में हमेशा भय और विश्वास की कमी का माहौल बना रहता है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में महिला पुलिस कर्मचारियों की संख्या 50 प्रतिशत तक बढ़ाई जानी चाहिए। पुलिस विभाग की मौजूदा बजटीय सीमा के भीतर महिला पुलिस बल की संख्या में वृद्धि की जा सकती है। इसके अलावा, अगर महिला पुलिस बल की 50 प्रतिशत तक संख्या बढ़ाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया जाता है तो यह भारत सरकार की नीति यानि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की सफलता के लिए अधिक प्रभावी और उपयोगी साबित होगा। डॉ. महेंद्र सिंह मलिक ने बताया कि उन्होंने राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर तथा महिला पुलिस कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रदेश के गृहमंत्री तथा पुलिस महानिदेशक को भी पत्र लिखा है।

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