गंदगी के अंबार से परेशान अनुसूचित वर्ग के लोगों का फूटा गुस्सा.
मामला हेली मंडी पालिका के तरुण त्रिवेणी वार्ड नंबर 7 और 8 का.
गुरुवार-शुक्रवार मध्यरात्रि चोरी छुपे दबाया जा रही थी गंदगी

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।   पटौदी के एसडीएम के द्वारा 11 सितंबर 2020 को ही अपनी रिपोर्ट जिला उपायुक्त गुरुग्राम को भेज दी गई थी,  कि तरुण त्रिवेणी वार्ड नंबर 7 और 8 नगर पालिका हेली मंडी क्षेत्र में गंदगी और गंदगी के कारण होने वाली दुर्गंध के कारण यहां जन आक्रोश फूट सकता है । सवा महीने बाद भी इस मामले में किसी प्रकार की ठोस राहत नहीं मिलने का परिणाम यह हुआ कि शुक्रवार को अनुसूचित वर्ग की बस्ती के सामने लगे गंदगी के अंबार से परेशान लोगों का गुस्सा उस वक्त फूट गया जब स्थानीय प्रशासन के द्वारा चोरी-छिपे गुरुवार मध्य रात्रि से लेकर शुक्रवार तक यहीं पर लगे गंदगी के अंबार को जेसीबी से जमीन खुदवा कर गंदगी को गड्ढों में भरकर दबाया जा रहा था ।

जेसीबी चालक ने किया  दुस्साहस

यह मामला जब मीडिया की जानकारी में आया और मौके पर पहुंच सारे हालात का जायजा लेने के साथ- साथ अनुसूचित वर्ग के लोगों की परेशानी जानने और मौके पर काम करने वाले जेसीबी चालक से बात करनी चाहिए तो जेसीबी चालक अपना नाम शमशाद बताने के अलावा अन्य कोई भी जानकारी नहीं दे सका। कि वह यह मौके पर इस अधिकारी के कहने पर गंदगी के अंबार को जेसीबी से खड्डे खोद कर दबा रहा है ? जेसीबी चालक ने यहां तक दुस्साहस किया की मौके पर कवरेज कर रहे मीडिया कर्मियों तक पर भी जेसीबी चढ़ाने की कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी । जेसीबी चालक  मौके पर किए जा रहे कार्य के संदर्भ में किसी भी प्रकार के लिखित के आदेश दस्तावेज या फिर ठेकेदार के अलावा यह भी नहीं बता सका कि वह हेली मंडी पालिका प्रशासन के कहने पर काम कर रहा है या सवेच्छा से काम कर रहा  है ।

मौके पर पुलिस जिप्सी भी पहुंची  

इसी बीच मौके पर एकत्रित भीड़ में से किसी व्यक्ति के द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम में पूरे घटनाक्रम की सूचना दी गई और मौके पर पुलिस जिप्सी भी पहुंची । पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ जेसीबी चालक को हेली मंडी पुलिस चैकी पहुंचने के लिए निर्देश दिए । हैरानी उस वक्त हुई कि जब पुलिस को फरियाद करने वाले लोग तो पुलिस चैकी पहुंच गए , लेकिन इसी बीच कथित रूप से पुलिस में जेसीबी चालक को गायब ही कर दिया । यहां तक की नागरिक अधिकारों का हवाला देकर अपनी फरियाद पुलिस के पास लेकर पहुंचे लोगों ने जब अपने साथ न्याय की गुहार की तो पुलिस अधिकारी ने यहां तक कह दिया, यहां तो पुलिस पर ही मुकदमे दर्ज हो रहे हैं ? पुलिस ही बचती फिर रही है । हम क्या कर सकते हैं ? पुलिस ने उल्टा सवाल किया की सरकारी अधिकार क्षेत्र की जमीन पर आप लोग क्यों गए ?

बहुत ही संवेदनशील रिपोर्ट भेजी  

बहरहाल सीधी-सीधी बात यह है की पत्र क्रमांक 437 एमसी दिनांक 11 सितंबर के माध्यम से पटौदी एसडीएम के द्वारा जिला उपायुक्त को बहुत ही संवेदनशील रिपोर्ट भेजी हुई है । इस रिपोर्ट में साफ-साफ लिखा है की तरुण त्रिवेणी परिसर हेली मंडी वार्ड नंबर 7 और 8 जहां पर एमआरएफ सेंटर व डंपिंग यार्ड बनाया जा रहा है । वह शहर के बीचो बीच, आबादी के निकट का क्षेत्र है और इसकी मार्केट वैल्यू बहुत कीमती अथवा अमूल्य है । एसडीएम की रिपोर्ट में साफ साफ कहा गया है कि फरीदपुर रोड अथवा मेहचाना रोड पर स्थित एसटीपी प्लांट की जमीन पर एमआरएफ सेंटर अथवा डंपिंग यार्ड बनाना ही उचित होगा ।

घर-घर में डेंगू मलेरिया का रोग फैला  

लेकिन हेली मंडी पालिका प्रशासन के द्वारा कथित रूप से अभी भी शहर भर का कूड़ा-गंदगी तरुण त्रिवेणी परिसर जिसका कुल रकबा 7 एकड़ बताया गया और यह शहर की आबादी के बीच स्थित है । यहां गंदगी के अंबार लगाने, कूड़ा करकट डाले जाने को लेकर किसी भी नजरिए से उचित नहीं ठहराया गया है । शुक्रवार के घटनाक्रम को लेकर विशेष रुप से अनुसूचित वर्ग के लोगों में शासन, प्रशासन और सरकार के खिलाफ आक्रोश दिखाई दिया । स्थानीय निवासियों के द्वारा बताया गया कि यहां गंदगी के अंबार, असहनीय बदबू सहित विभिन्न प्रकार के जीवाणुओं के कारण घर-घर में डेंगू मलेरिया का रोग फैला हुआ है । वही इस बात को लेकर भी नाराजगी दिखाई दी कि जब पुलिस में फरियाद सुनने के लिए और जेसीबी चालक को भी पुलिस चैकी में पहुंचने के निर्देश दिए, तो फिर लाख टके का सवाल यह है जेसीबी चालक किसकी शह और इशारे पर जेसीबी को लेकर फरार हो गया।

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