भिवानी/शशी कौशिक

 लघु सचिवालय के बाहर चल रहे हरियाणा शारीरिक शिक्षकों के धरने को लम्बा समय बीत चुका है, लेकिन आज तक सरकार की तरफ से कोई भी सकारात्मक जवाब नहीं आया है। जिसके चलते सभी शारीरिक शिक्षकों में सरकार के खिलाफ रोष व्याप्त है। धरने की अध्यक्षता करते हुए पीटीआई अध्यापक सतीश कुमार प्रहलादगढ ने बताया कि सरकार को चाहिए कि बर्खास्त पीटीआईयों को शिक्षा विभाग में ही समायोजित किया जाए, अगर हरियाणा सरकार बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों को शिक्षा विभाग में समायोजित नहीं करती है तो राज्य कार्यकारिणी से विचार-विमर्श करके एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।

राकेश मलिक सर्व कर्मचारी संघ, सुभाष कौशिक शिक्षा बोर्ड प्रधान ,राम कुमार ढिल्लो रिटायर्ड कर्मचारी प्रधान, राजेश ढाडा पूर्व राज्य प्रधान, जरनैल सिंह ,विनोद पिंकू बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों के धरने को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार 16 अक्टूबर को मंत्रिमंडल की बैठक में बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों को शिक्षा विभाग में पीटीआई के पद पर ही समायोजित करने का फैसला लें, जिन पीटीआई अध्यापकों ने हरियाणा के युवाओं का भविष्य खेलों में बनाया अब उनके ही बच्चों को रोजी-रोटी के लाले पड़ रहे हैं। अपने परिवार के लालन-पालन के लिए बर्खास्त पीटीआई अध्यापक हरियाणा सरकार के सभी मंत्रियों विधायकों सांसदों से मिलकर अपने परिवार के लालन-पालन की गुहार लगा चुके हैं।

हरियाणा सरकार बर्खास्त पीटीआई  अध्यापकों की 10 वर्ष शिक्षा विभाग में सेवा को देखते हुए पुन: शिक्षा विभाग में ही समायोजित करने का फैसला लें।

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