सरकार ने पालिका कर्मचारियों के साथ किया विश्वासघात जनता में पर्चे बैठकर सरकार की खोली पोलसरकार व संघ के बीच हुए समझौतों को करवाने तक संघर्ष रहेगा जारी शास्त्री चंडीगढ़ 13 अक्टूबर। सरकार से असंतुष्ट पालिका कर्मचारियों ने प्रदेश के सभी नगर निगम, नगर पालिकाओं व नगर परिषदों में रोष सभाएं आयोजित कर शहरों के मुख्य बाजारों में पर्चे बांट कर सरकार की कर्मचारी एवं दलित विरोधी नीतियों की खोली पोल नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने सरकार से पांच दौर की वार्ताओं पर असंतुष्टि प्रकट करते हुए आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों के कर्मचारी 14 अक्टूबर में 15 अक्टूबर को भी लोकसभा में आयोजित कर जनता में बांटेंगे पर्चे। श्री शास्त्री ने कहा कि संघ 25 अप्रैल से कोरोना योद्धाओं की मौत पर 50 लाख का विशेष आर्थिक सहायता राशि देने, मृतक के परिवार को नियमित रोजगार देने व 4000 जोखिम भत्ता देने, सभी तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का ठेका समाप्त करने, छंटनी पर रोक लगाने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, समान काम-समान वेतन देने, सफाई एवं सीवर कर्मचारियों सहित सभी तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के क्षेत्रफल आबादी के अनुपात में नए पद सृजित करने, सफाई दरोगा के पद को डेमीनिशन काडर से बाहर करने, सफाई दरोगा व हैड सीवरमैन को तृतीय श्रेणी का स्केल देने, पालिका, परिषद एवं निगमों में लगे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को अन्य अनुबंधित सफाई कर्मचारियों के समान वेतन एवं भत्ते देने, नियमित फायर कर्मचारियों को एसीपी का लाभ देने के लिए नियमों में ढील देने, अनुबंधित फायर कर्मचारियों को वर्दी देने, धुलाई भत्ते में बढ़ोतरी करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहा है। संघ व सरकार के बीच इन मांगों को लेकर पूर्व में भी कई दौर की वार्ताओं का आयोजन किया जा चुका है लेकिन सरकार समाधान करने की बजाएं कोरा आश्वासन दे रही है। वही ग्रुप सी की भर्ती के बाद पालिका, परिषद और निगमों से 628 क्लर्को व कंप्यूटर ऑपरेटरों एवं जूनियर इंजीनियरों की छंटनी कर दी गई है। सरकार के इस दोहरे रवैया से पालिका कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। श्री शास्त्री ने 28 व 29 अक्टूबर को 24 घंटे की क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे। इसके बाद पालिकाओं, परिषदों एवं नगर निगमों के हजारों कर्मचारी शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री अनिल विज के अंबाला स्थित आवास पर 8 नवंबर को विशाल आक्रोश प्रदर्शन करेंगे। Post navigation सरकारी कर्मचारियों के लिए 3 नवंबर को ‘सार्वजनिक अवकाश’ चुनौतियों को अवसर में बदलने की आवश्यकता : विजय वर्धन