भिवानी, 13 अक्तूबर। अनलॉक 5 के तहत केंद्र सरकार ने स्कूल खोलने के लिए गाइडलाइंस जारी कर दिए हैं जिसमें 15 तारीख से स्कूल खोले जा सकते हैं,परंतु अभी भी अधिकतर स्कूलों के डायरेक्टर स्कूल खोलने के बारे में विचार नहीं कर रहे हैं क्योंकि अभी स्थिति सामान्य नहीं हुई हैं ऐसे में बच्चों की जिम्मेदारी लेना एक बड़ी चुनौती है. इसलिए इन स्कूलों के संचालकों द्वारा अभी राज्य सरकार द्वारा लिखित निर्देशों का इंतजार किया जा रहा है. जिससे वे आगे की रणनीति तैयार कर सकें.एक सर्वे में जब स्कूल संचालकों से स्कूल खोलने के बारे में पूछा गया तो अधिकतर ने ना में वोट किया,जबकि कुछ अभी राज्य सरकार की लिखित सहमति का इंतजार कर रहे हैं. इन सबमें मुख्य बात यह भी है कि अधिकांश अभिभावकों यानि लगभग 70 प्रतिशत ने भी स्कूल खोलने पर अभी सहमति नहीं दिखाई है.क्योंकि हर रोज कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं जिससे अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर पेरेंट्स में अभी डर बना हुआ है. केवल डाउट सेशन की कक्षाएं लगाई जा सकती हैं वहीं अम्बाला के डीईओ ने कहा कि प्राइवेट और सरकारी स्कूलाें में अभी की स्थितियों को देखते हुए केवल डाउट क्लियर करने के लिए ही सीनियर कक्षाओं के बच्चाें काे स्कूल में बुलाया जा सकता है. अभी नियमित कक्षाएं सन्चालित करने के लिए सरकार की तरफ से कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं की गई है. अतः सरकार के निर्देश मिलने के बाद ही कक्षाएं लगाई जा सकेंगी,तब तक यथास्थिति बनी रहेगी. प्राइवेट स्कूलों को भी सेनेटाइज करे सरकार कोरोना संक्रमण के दौरान प्राइवेट स्कूलों की आर्थिक हालत भी काफी सुदृढ नही है जिसके चलते वे सेनेटाइजर व गाइडलाइंस के पालन हेतु अन्य खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं. इसलिए प्राइवेट स्कूल संचालकों की एसोसिएशन ने सरकार से मांग रखी है कि सरकार प्राइवेट स्कूलों को भी अपने खर्च पर सैनेटाइज करवाए. Post navigation हाई कोर्ट ने दिया अंचल दंपति को झटका, नहीं मिली कोई राहत, लाकडाउन के दौरान स्कूलों को हुए नुकसान के लिए मूल्यांकन कमेटी बनाए सरकार: कुलभूषण शर्मा