चडीगढ। थाना-39 क्षेत्र एरिया के रहने वाले एक युवक को करंट लगने से इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसकी सूचना तुरत पुलिस को दी गई। लेकिन उसके दोस्त पुलिस के पहले ही इलाज के लिए मोहाली के फेज 6 के सरकारी अस्पताल में लेकर गए। यहां उसकी हालत को गम्भीर देखते हुए उसे पीजीआई ले जाया गया। यहा इलाज के दौरान उसने देर रात दम तोड़ दिया। जिसकी पहचान सेक्टर 56 के रहने वाले 20 साल के मनदीप के रूप में हुई है। क्या था मामला जानकारी के मुताबिक पता चला है कि मनदीप अपने परिवार समेत सेक्टर 56 में रहता था। और मोहाली स्थित कॉलेज से आईटीआई कर रहा था। लेकिन कोरोना काल के चलते स्कूल/ कॉलेज लॉकडाउन के दौरान बंद होने पर वह कुछ समय से प्राइवेट जॉब कर रहा था। रविवार शाम मनदीप अपने दो दोस्तों के साथ मंडी जीरी ग्राउंड के पास फुटबॉल खेलने के लिए जा रहे थे। मृतक मनदीप अपने दोस्तों से सबसे आगे चल रहा था। जैसे ही वह मलोया/56 डिवाइडिंग रोड के पास पहुंचे तो सड़क के बीच में बिजली के खंभे को पकड़ कर सड़क क्रॉस करने लगा तो नीचे कुछ खुली पड़ी बिजली की तार में करंट होने के चलते मनदीप उसकी चपेट में आ गया। जिसके चलते हड़कंप मच गया। तुरंत उसके दोस्तों ने अपने अन्य दोस्तों की मदद से मनदीप को एक्टिवा पर मोहाली के फेज 6 के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत को गंभीर देखते हुए उसे पीजीआई रेफर कर दिया। यहां उसने इलाज के दौरान रविवार देर रात करीब 1:30 बजे दम तोड़ दिया। वही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की पड़ताल करते हुए शव को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता लग पाएगा। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बिजली विभाग की लापरवाही के चलते हुआ हादसा पूर्व डिप्टी मेयर दर्शन कुमार गर्ग ने हादसे में मनदीप की हुई मौत पर दुख प्रकट किया। आरोप लगाया कि यह हादसा कॉर्पोरेशन के बिजली विभाग की लापरवाही के चलते हुआ है। क्योंकि डिवाइडिंग रोड पर अगर ग्रील लगी होती तो और तारे खुली पड़ी ना होती तो शायद ऐसा हादसा ना होता। उन्होंने मांग की है कि शहर में कहीं भी सड़क क्रॉस करने के लिए अगर ग्रिल टूटी पड़ी है या नहीं है उसे लगाया जाए। और बिजली की तारे जो खुली पड़ी है। उसे ठीक किया जाए ।ताकि आगे कोई ऐसा हादसा ना हो सके। 2 नवंबर को मनदीप का था जन्म दिन। जानकारी के मुताबिक पता चला कि 2 नवंबर को मृतक मनदीप का जन्मदिन था जिसको लेकर मनदीप जन्मदिन बनाने के लिए पूरी तैयारियां कर रहा था लेकिन उसको मालूम नहीं था कि शायद इस बार उसका जन्मदिन नहीं होगा वह इस दुनिया से चला जाएगा परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल घर में मातम का माहौल पूरी तरह से छा गया मनदीप घर में सबसे छोटा और अपने पेरेंट्स का लाडला पुत्र था। Post navigation देश की राजनीति में किसानों के हकों की लड़ाई लडऩे के लिए चौ. चरण सिंह और चौ. देवी लाल का अहम योगदान है: अभय सिंह चौटाला स्पोर्ट्स कोटे से ग्रुप डी में लगे एक हजार कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा