चंडीगढ़। हारर्ट्रोंन के कर्मचारियों का वेतन पिछले चार साल से रिवाइज नही हुआ है। यहां के डाटा एंट्री आॅपरेटर की सैलरी आज भी 13500 है जो कि एक डीसी रेट पर लगे सफाई कर्मचारी के वेतन से भी कम है। दीपांशु शर्मा और देवेन्द्र कुमार ने बताया कि वेतनमान की विसंगति दूर करने के लिए वह आईटी तथा एफडी के सभी अधिकारियों को कई बार मिल चुके हैं। लेकिन अभी तक इनको सिर्फ आश्वाशन ही मिला है। दीपांशु शर्मा और देवेन्द्र कुमार ने यह भी बताया कि इनके वेतन में हर तीन साल बाद वृद्धि होती थी जो कि अंतिम बार जुलाई 2016 में हुई थी तथा अब जुलाई 2019 में होनी थी परन्तु अभी तक नहीं हुई। कई कर्मचारियों की सर्विस को 20-25 साल हो गए हैं तथा इतने अधिक समय तक सर्विस करने के बावजूद भी इनका वेतन मात्र 23000 तक है। गौरतलब है कि पूरे हरियाणा राज्य के में लगभग सभी विभागों और बैंक में 4000 हारर्ट्रोंन कर्मी है। इन कर्मचारियों को आज तक ना तो समान काम -समान वेतन मिला है और ना ही सर्विस सुरक्षा। Post navigation रणदीप सुरजेवाला का फिर बढ़ा राजनीतिक कद हरियाणा कैबिनेट की बैठक बुलाई, 16 अक्टूबर को सीएम की अध्यक्षता में होगी बैठक