भिवानी/शशी कौशिक  

कोरोना से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारा दिया था कि जब तक दवाई नहीं, तब तक ढ़ीलाई नहीं, इसी तर्ज पर आज व्यापारी वर्ग भी सरकार को बता देना चाहता है कि जब तक व्यापार में राहत नहीं, तब तक कोई टैक्स भी नहीं। ये बात राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेश संयोजक गुलशन डंग ने आज एक निजी रेस्तरा में आयोजित प्रैसवार्ता में कही।

उन्होंने कहा कि देशभर का व्यापारी वर्ग आज संकट के दौर से गुजर रहा है लेकिन ये विडम्बना की बात है कि हमेशा नि:स्वार्थ भाव से सरकारी खजाने को भरने के साथ-साथ किसी भी विपदा के समय दिल खोल कर देश की सेवा करने वाले व्यापारियों को जरूरत के समय सरकार ने अपनी आंख बंद कर ली है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 और लॉकडाउन के कारण देशभर के व्यापारी भारी वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि निराशाजनक बात है कि कोरोना से प्रभावित हर सेक्टर को सरकार ने वित्तीय पैकेज दिया, लेकिन 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज में व्यापारियों के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया।  संगठन द्वारा आगामी 18 अक्टूबर को पानीपत में व्यापारियों की समस्याओं को लेकर प्रदेशस्तरीय मंथन का आयोजन किया जा रहा है। मंथन के दौरान संगठन की प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा और व्यापारियों की समस्याओं को सरकार के सामने रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि मंथन के लेकर प्रदेशभर के व्यापारियों में उत्साह है। इसके लिए प्रदेश के कोने-कोने से व्यापारियों को एकजुट कर उनके हितों की रक्षा के लिए राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन किसी भी किमत पर पीछे नहीं हटेगा।

उन्होने मांग करते हुए कहा कि घरेलू व्यापार के लिए एक राष्ट्रीय व्यापार नीति की घोषणा हो। राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड का तुरंत गठन, जीएसटी कानून की दोबारा समीक्षा कर उसको सरल बनाया जाए। सभी प्रकार के लाइसेंस निरस्त कर एक लाइसेंस की व्यवस्था हो, व्यापारियों को आसान शर्तों पर बैंकों से कर्ज मिले। बुवानीवाला ने कहा कि केन्द्र सरकार इन मांगों पर तुरंत ध्यान दें ताकि देशभर के व्यापार को बचाया जा सकें।

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