किसान विरोधी काले कानून के खिलाफ प्रदर्शन
 हरियाणा में किसानों को नहीं मिल रही एमएसपी
हरियाणा सरकार किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लें

चंडीगढ़,9 अक्टूबर। राज्य सभा सांसद एवं आम आदमी पार्टी हरियाणा के सहप्रभारी डॉ सुशील गुप्ता ने कहा है कि किसानों के लिए सीधे सीधे मौत का फरमान बने कृषि से सबंधित तीनों कानूनों को वापिस लेने,पीपली तथा सिरसा में किसानों पर पर लाठी चार्ज करने, धान, बाजरा तथा मक्का की फसल को सरकार द्वारा न तो खरीदना तथा न ही न्यूनतम समर्थन देने के खिलाफ आम आदमी पार्टी आगामी 11 अक्टूबर रविवार को प्रात; 11 बजे करनाल स्थित मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आवास का घेराव करेगी। जिसमें पूरे हरियाणा के आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शामिल होंगें।

उन्होंने कहा की कई हफ्तों से हरियाणा की मंडियों में किसान धान, बाजरा तथा दूसरी फसलें लेकर पहुंच रहे हैं लेकिन खरीद नहीं हो रही है। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने और गेट पास के नाम पर किसानों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये वही प्राइवेट एजेंसियां हैं,जिनके बारे में सरकार दावा का रही थी कि तीन नए कानून लागू होने के बाद फसल को एमएसपी से भी ऊंचे दामों खरीदेंगी। इससे सरकार की पोल खुल गई है तथा किसानों की वह आशंका सही सिद्ध हो गई है की ये सारी कवायद अडानी और अम्बानी के लिए की गई है। उन्होंने बताया की सरकार ने जीरी का एमएसपी 1888 रूपये निर्धारित किया हुआ है लेकिन किसान को 1700 रूपये भी नहीं मिल रहे हैं। इसी तरह कपास का एमएसपी 5515 निर्धारित है लेकिन किसान कपास को 3700 रूपये में बेचने को मजबूर है।

राज्य सभा सांसद डॉ सुशील गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ठप्प है, अफसरसाही हावी है, सत्ता पक्ष के मंत्री तथा विधायक तक भी निरंकुश अफसरसाही के सामने बेबस एवं लाचार है। जिसकी वजह से कहीं मंत्री अधिकारीयों के खिलाफ सोशल मिडिया के माध्यम से जहर उगल रहे हैं,तथा उनके खिलाफ मुकदमे तक दर्ज हो रहे है,तो कहीं विधायक अधिकारीयों के खिलाफ धरना दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के मसीहा चौधरी देवीलाल मरते दम तक हमेशा किसानों के हित में लड़ते रहे लेकिन उन्ही के नाम पर सत्ता हासिल करने वाले जजपा पार्टी के दुष्यंत चैटाला सत्ता के इतने लालोपी हो गए हैं की किसान पुलिस से पिट रहा है उसकी एमएसपी मिलने के सभी रास्ते बंद हो गए है उसके बाद भी सत्ता से क्यों चिपके बैठे हैं? वह उप मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र क्यों नहीं दे रहे हैं? अब इन्हें किसान से ज्यादा प्यारी कुर्सी दिखाई दे रही है। बीके कौशिक संयोजक उतरी हरियाणा, कृष्णा अग्रवाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष मध्य हरियाणा, सुरेन्द्र राठी संयोजक जिला पंचकूला शंकर सागर, नसीब सिंह, जसबीर, जस्सी, जगमोहन शामिल हुए।

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