गुरुग्राम, 5 अक्टूबर। गुरूग्राम के शीतला माता मंदिर में 17 से 25 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले नवरात्र मेले में कोविड प्रोटोकोल का पालन सभी श्रद्धालुओं के लिए अनिवार्य किया गया है। सभी श्रद्धालुओं के लिए फेस मास्क की अनिवार्यता की गई है और ऐसा नही करने वालों का मौके पर चालान किया जाएगा जिसके लिए अलग-अलग एंट्री प्वाइंटस पर एन्फोर्समेंट टीमों की तैनाती की जाएगी। यह जानकारी आज श्री माता शीतला देवी पूजा स्थल बोर्ड के मुख्य प्रशासक विनय प्रताप सिंह ने श्री माता शीतला देवी मंदिर परिसर में आयोजित बैठक के दौरान दी। उन्होंने कहा कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। नवरात्रों के दौरान मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अपेक्षाकृत बढ़ जाती है, ऐसे में जरूरी है कि सभी श्रद्धालु फेस मास्क का प्रयोग करें और एक दूसरे से उचित दूरी बनाएं रखें। यदि मंदिर में कोई श्रद्धालु बिना फेस मास्क के पाया जाता है तो उसे एंट्री गेट पर ही रोक दिया जाएगा और उसका चालान कर उसे मंदिर में तैनात टीम द्वारा फेस मास्क भी दिया जाएगा। उन्होंने पुलिसकर्मियों व निगम अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे चालान के लिए मंदिर परिसर के आस-पास भी टीमें लगाएं ताकि लोग इसे गंभीरता से लें। इसके अलावा, उन्होंने मंदिर परिसर में कोविड प्रोटोकोल संबंधी अनाउंसमेंट लगातार करते रहने के भी निर्देश दिए। मुख्य प्रशासक ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मंदिर परिसर में अलग-अलग स्थानों पर वालंटियरों की ड्यूटी लगाई जाएगी जो श्रद्धालुओं के हाथ समय-समय पर सैनिटाइज करवाएंगे। इस बार मंदिर परिसर में पहले की अपेक्षा स्वच्छता का भी अधिक ध्यान रखा जाएगा ताकि संक्रमण का खतरा कम से कम रहे। श्री सिंह ने सिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव से कहा कि वे मंदिर परिसर में तैनात होने वाले स्टाफ सहित मंदिर के पुजारी आदि का नवरात्र मेले से पहले व इसके आयोजन के दौरान दो से तीन बार कोरोना टैस्ट जरूर करवाएं। नवरात्र मेले के सफल आयोजन के लिए पुलिसकर्मियों सहित अलग-अलग विभागों के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में टॉयलेट आदि की व्यवस्था व सफाई आदि सहित श्रद्धालुओ के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्री सिंह ने कहा कि मेले के दौरान मंदिर परिसर में 24 घंटे चिकित्सको की टीम उपलब्ध रहनी चाहिए ताकि किसी भी श्रद्धालु के बीमार पड़ने या तकलीफ होने पर तत्काल उसे फस्ट एड मुहैया करवाई जा सके। इसके अलावा, श्रद्धालुओ को मंदिर परिसर के बाहर दुकानो, ढाबो तथा रैस्टोरेंट आदि में परोसी जाने वाली खाद्य सामग्री की जांच भी फूड इंस्पेक्टर तथा चिकित्सको की टीम द्वारा निरंतर की जाती रहेगी। श्रद्धालुओ को मंदिर परिसर के अंदर तथा बाहर सुरक्षा के लिए गुरूग्राम पुलिस के जवान लगाए जाएंगे। यही नही, पूरा मंदिर परिसर सीसीटीवी कैमरो की निगरानी में रहेगा। मंदिर परिसर में विभिन्न स्थानो पर लगभग 58 कैमरे लगे हुए है। आगजनी आदि की घटनाओ से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड मंदिर परिसर में तैनात रहेगी। मेले के दिनो में मंदिर परिसर के अंदर तथा बाहर सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी गुरूग्राम नगर निगम को दी गई है। मंदिर में माता के दर्शनो के लिए आने वाले श्रद्धालुओ की सुविधा के लिए खोया-पाया काउंटर स्थापित किया जाएगा। श्रद्धालुओ को रेलवे स्टेशन तथा बस स्टैंड से मंदिर तक लाने व ले जाने के लिए बसे लगाई जाएंगी। मेले के दिनो में मंदिर परिसर व आस-पास के क्षेत्रो में कानून व्यवस्था पर नजर रखने के लिए ड्यूटी मैजिस्ट्रेट लगाए जाएंगे। उन्होंने मंदिर परिसर के अंदर तथा शीतला माता मंदिर को आने वाली सड़को पर साइनेज बोर्ड लगवाने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। इस अवसर पर नगराधीश ब्रहमप्रकाश, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त जितेन्द्र गर्ग, हरियाणा राज्य परिवहन डिपो की महाप्रबंधक सुमन, एसीपी अशोक के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। Post navigation सन फाउंडेशन ने सोहना की प्रतिभाओं को किया सम्मानित गुरूग्राम में एक सप्ताह में तीन रेप केस: कैप्टन यादव