पंचकूला। सिरसा स्थित गुरमीत राम रहीम के डेरे में 400 साधुओं को नपुंसक बनाए जाने के मामले में  बुधवार को पंचकूला स्थित स्पेशल जुडिशल मैजिस्ट्रेट सीबीआई कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई में दोनों पक्षों के वकील कोर्ट में पहुंचे थे, लेकिन कोरोना महामारी के चलते कोर्ट में इस मामले की सुनवाई नहीं हो सकी। आरोपियों के कोर्ट में ना पहुंचने के चलते कोर्ट ने मामले की सुनवाई को टाल दिया गया। वहीं अब इस मामले की अगली सुनवाई 14 दिसंबर 2020 को होगी।  14 दिसंबर को इस मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट का क्या फैसला सामने आता है।

पंचकूला स्थित स्पेशल जुडिशल मैजिस्ट्रेट सीबीआई कोर्ट में 400 साधुओं को नपुंसक बनाए जाने के मामले में सुनवाई होनी थी। जिसमें गवाहों के बयान दर्ज किए जाने थे। लेकिन कोरोना महामारी के चलते आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हुए जिसके चलते मामले की सुनवाई को टाल दिया गया। 400 साधुओं को नपुंसक पूरा मामला डेरामुखी गुरमीत राम रहीम सिंह द्वारा ईश्वर के दर्शन करवाने की बात कहकर 400 साधुओं को झांसा देकर नपुंसक बना दिए जाने का मामला है। फतेहाबाद निवासी हंस राज चौहान की याचिका के मुताबिक वर्ष 1990 से वो डेरे से जुड़ा और 2000 में ईश्वर के दर्शन के झांसे में उसके समेत करीब 20 साधुओं को नपुंसक बना दिया गया। जब से लेकर इस पर कोर्ट में सुनवाई चल रही है।