पंचकूला 29 सितम्बर- फसल अवशेष न जलाने के लिए किसानों को सचेत एवं जागरूक करने हेतू कृषि विभाग द्वारा खण्ड बरवाला व रायपुरानी में एक विशेष अभियान अर्न्तगत एक जागरूकता वाहन चलाया गया। इस वाहन को नगराधीश धीरज चहल ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। नगराधीश ने बताया कि इस वाहन के माध्यम से पंचकूला जिले के खण्ड बरवाला व रायपुररानी के सभी गांवों में 28 सितम्बर से 10 अक्तुबर तक किसानों को जागरूक किया जाएगा।

इस जागरूकता वाहन में कृषि विभाग की सभी स्कीमों की विस्तृत जानकारी दी गई है। नगराधीश ने बताया कि धान फसल की कटाई शुरू हो चुकी है। इस फसल की ’यादातर कटाई कम्बाईन हारवेस्टर से की जाती है। जिसके फलस्वरूप फसल का कुछ अवशेष बच जाते हैं। इस फसल अवशेष को प्राय: किसानों द्वारा जला दिया जाता हैं। फसल अवशेष जलाने से भूमि में मौजूद आवश्यक कार्बन तत्व, सूक्ष्म पोषक तत्व व जीवाणु नष्ट हो जाते हैं। जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति नष्ट हो जाती है। आग लगाने से उत्पन्न धुऐं से दिल व फेंफड़ों की बीमारियों की सम्भावना बनी रहती है जिससे अस्थमा इत्यादि बिमारी हो जाती है। आग से पर्यावरण में मौजूद आॅक्सीजन की कमी भी जो जाती है। प्राय: कई बार देखने में आया है कि आग से जान व माल का भारी नुकसान भी हो जाता हैं।

उन्होंने बताया कि फसल अवशेष को किसान पशुओं के चारे के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। कृषि विभाग द्वारा फसल अवशेष के निपटान हेतू व भूमि की शक्ति बनाऐं रखने हेतू विभिन्न प्रकार के कृषि यन्त्रों जैसेकि स्ट्रा रीपर, स्ट्रा बेलर, रीपर बाईंडर, एण्ड जीरो ड्रील, हैपी सीडर, मल्चर, रिवर्सिबल प्ला, स्ट्रा चोपर स्ट्रा श्रेडर इत्यादि पर सबसिडी दी जाती है। इन कृषि यन्त्रों के प्रयोग से किसान फसल अवशेषों का उचित प्रयोग कर सकते हैं। स्ट्रा बेलर से गाठें बना कर व गाठों को बिक्री करके अतिरिक्त कमाई भी की जा सकती है।

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