चंडीगढ़, 25 सितम्बर- हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला की उपस्थिति में स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री श्री अनिल विज ने आज जीन्द के उचाना में स्थापित की गई नई कोविड-19 आणविक (मॉलिक्यूलर) लैब का विडियो कांफ्रेसिंग से उद्घाटन किया। इस दौरान कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए ‘स्टैप-वन’ नामक एनजीओ के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए।
उप-मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ने आज ‘संशोधित होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल’ भी जारी किया। उन्होंने कहा कि राज्य में अब 14 सरकारी अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में ऐसी कोविड-19 लैब स्थापित की जा चुकी हैं, जिनमें 13350 टेस्ट प्रतिदिन किए जाते हैं। इस प्रकार, प्रदेश के 6 निजी अस्पतालों में 5620 टैस्ट की सुविधा दी जा रही है। इसके साथ ही विभाग ने राज्य के सभी जिलों में इस प्रकार की लैब स्थापित करने का लक्ष्य रखा हैं, जिसके तहत शीघ्र ही पानीपत, यमुनानगर तथा भिवानी में भी ऐसी लैब स्थापित की जाएगी।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में इस समय 46367 क्वारंटीन बैड है, जबकि 3486 कंटेनमैंट जोन, 10145 आइसोलशन बैड, 2231 आईसीयू बैड, 1070 वेन्टिलेटर, 3.78 लाख पीपीई किट तथा 7.25 लाख एन-95 मास्क की सुविधा है। इसके साथ ही निजी लैब में कोविड की जांच के लिए आरटीपीसीआर टैस्ट के लिए 2400 रुपए, रेपिड एंटिजन के लिए 650 रुपए तथा इलिसा हेतु 250 रुपए तय किए हैं। उन्होंने बताया कि मरीजों के लिए निजी अस्पतालों में आइसोलेशन बैड, आईसीयू व वेंटिलेटर की सुविधा के लिए भी रेट तय किए गए हैं ताकि कोई भी अस्पताल मरीजों से अधिक बिल की वसूली न कर सकें। इसके साथ ही फरीदाबाद, गुरुग्राम, पंचकूला, रोहतक तथा करनाल में प्लाज्मा बैंक चल रहे हैं।

श्री चौटाला ने स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग ने जो महत्वपूर्ण कार्य किया है, वह देश के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को इस महामारी से वैक्सिन आने तक लडऩा होगा ताकि प्रदेश के किसी भी व्यक्ति को कोई हानि न हो सके। इसके साथ ही, उन्होंने दादरी में भी इस प्रकार की लैब स्थापित करने के लिए कहा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक जिले में ऐसी लैब स्थापित करने का लक्ष्य रखा है, जिसको शीघ्र ही पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिला अस्पतालों में अन्य टेस्ट करवाने की सुविधा भी मरीजों को दी जाएगी, जिसके लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं।

एनजीओ स्टैप-वन के श्री सुचिन बजाज ने कहा कि उनके पास 7 हजार से अधिक डॉक्टर्स, 2 हजार मेडिकल छात्र, नर्स तथा अन्य स्वयंसेवक है, जोकि 16 राज्यों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे मरीजों की सुविधा के लिए टेलीफोन, वॉयस एवं वेब टेली-स्क्रीन तथा अन्य माध्यमों से सम्पर्क करते हैं और उनकी सहायता के लिए आवश्यक कदम उठाते हैं। इसके अलावा, वे गुरुग्राम के प्लाज्मा बैंक में भी मदद कर रहे हैं तथा पंचकूला, करनाल और फरीदाबाद में सहयोग करने का विचार है।

इस अवसर पर राष्टीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा के मिशन निदेशक श्री प्रभजोत सिंह, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ एस बी कम्बोज सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।

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