सैकड़ों ट्रैक्टरों पर हजारो युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शनसमालखा पुल पर पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल, कुंडू समेत कई को हिरासत में लियाप्रदेशाध्यक्ष कुंडू की अगुवाई में आयोजित प्रदर्शन में युवाओं ने दिखाया दमराष्टÑीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी व प्रभारी कृष्णा अलावरु समेत कई नेता पहुंचे चंडीगढ़। केंद्र सरकार द्वारा कृषि अध्यादेश पास किए जाने के विरोध में बुधवार को हरियाणा युवा कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता सडकÞों पर उतरे। युवा कांग्रेसियों ने प्रदेशाध्यक्ष सचिन कुंडू के नेतृत्व में ट्रैक्टरों पर सवार होकर पानीपत से दिल्ली कूच किया। पुलिस ने पानीपत से रवाना हुए युवा कांग्रेसियों को समालखा पुल पर रोक लिया। कांग्रेसियों ने बैरीकेड तोडकÞर आगे जाने का प्रयास किया तो पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया। पुलिस ने युवा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष समेत भारी संख्या में कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। हरियाणा के युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते हुए यूथ कांग्रेस के राष्टÑीय अध्यक्ष श्रीनिवास वी.बी. कहा कि आज पूरे देश में किसान सडकÞों पर हैं। जिनका यूथ कांग्रेस द्वारा समर्थन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के बाद अब हरियाणा यूथ कांग्रेस भी दिल्ली कूच कर रही है। आने वाले दिनों में इस संघर्ष को और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेसी प्रदेश व केंद्र की सरकार को किसान-आढ़ती-मजदूर की ड्योढ़ी पर घुटने टिकवा कर ही दम लेंगे। श्रीनिवास ने कहा कि साल 2014 को सत्ता में आए नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के तुरंत बाद से ही, देश में किसान की स्थित बदतर होने लगी थी। 2014 से 2019 के बीच किसान आत्महत्याओं में एकाएक उछाल आता है और आंकड़े लगभग दोगुने हो जाते हैं। अखिल भारतीय युवा कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अलावरू ने यूथ कांग्रेस के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि आज केंद्र सरकार पूंजीपतियों के हाथ में खेल रही है। केंद्र सरकार ने किसानों को पूंजीपतियों के पास गिरवीं रखने का काम किया है। कृष्णा अलावरु ने कहा कि जब किसान प्रदर्शन करता है तो मोदी किसानों का सामना देश की सुरक्षा में लगे जवानों से करा देते हैं और किसानों पर लाठियां भांजी जाती हैं। मोदी सरकार के किसान विरोधी बिलों में न्यूनतम फसल मूल्य का जिÞक्र न करके इसको खत्म करने का साफ संकेत दे दिया गया है। हरियाणा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन कुंडू ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी व खट्टर-दुष्यंत सरकारों ने एक षडयंत्र के तहत खेती व फसल खरीद की पूरी मंडी व्यवस्था पर हमला बोल रखा है। भारतीय जनता पार्टी खेती के पूरे तंत्र को मुट्ठीभर कंपनियों के हाथ बेच देना चाहती है इसीलिए एक साजिश के तहत कोरोना महामारी के बीचों-बीच तीन काले कानून अध्यादेश माध्यम से लाए गए ताकि किसान-आढ़ती-मजदूर का गठजोड़ खत्म हो तथा पूरा कृषि तंत्र ही गुलामी की बेडियÞों में जकड़ दिया जाए। कुंडू ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा आधार कृषि तंत्र है, जहां पूर्व निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर अनाज व सब्जी मंडियों में किसान की फसल, फल इत्यादि की बिक्री होती है। लाखों करोड़ों मजदूर-आढ़ती-कर्मचारी-ट्रांसपोर्टर इत्यादि इस व्यवसाय से जुड़े हैं। मोदी-खट्टर सरकारें एक झटके से इस पूरी कृषि व्यवस्था को तहस-नहस कर खत्म करना चाहती हैं, ताकि मुट्ठीभर पूंजीपति मित्रों का कब्जा करवा सकें। इस अवसर पर समालखा के विधायक धर्म सिंह छोकर, इसराना के विधायक बलवीर सिंह वाल्मीकि, एनएसयूआई के प्रधान दिव्यांशु बुद्धिराजा, इंटेक के प्रदेश अध्यक्ष अमित यादव, यूथ कांग्रेस की महासचिव प्रतिभा रघुवंशी, यचिव दीपक भाटी समेत कई नेताओं ने कृषि अध्यादेशों के विरोध में आंदोलन तेज करने का ऐलान किया। Post navigation रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में निजीकरण के खिलाफ किया प्रदर्शन सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने किया 25 सितंबर बंद का समर्थन