पंचकूला। कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को पंचकूला जिला सचिवालय का घेराव किया। कालका के विधायक प्रदीप चौधरी और हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्र मोहन की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राष्टÑपति के नाम का उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में नगर परिषद के पूर्व प्रधान रविंद्र रावल, पूर्व विधायक लहरी सिंह, पूर्व प्रधान मनवीर कौर गिल, उपेंद्र कौर वालिया, सुष्मा खन्ना, संजीव भारद्वाज, हेमंत किंगर, बहादुर सिंह राणा, खुशहाल परमार, कमलेश लोहाट, ओम शुक्ला, कमलेश शर्मा, डॉ. रामप्रसाद, नरेश मान, भूरी बेगम, जरनैल सिंह, रामपाल, शरणजीत काका, धर्मपाल, विजेंद्र, अमन जैलदार, बलवंत भींवर, रमेश मांघना, गुरविंदर चौधरी, महेश शर्मा, मान सिंह चरनिया, रामकरण चौधरी, श्याम, मनीष मोनू, वेद रजीपुर , माया देवी और अन्य मौजूद रहे। किसानों के लिए लाए गए तीन विधेयकों को पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्र मोहन ने काला कानून बताते हुए कहा कि राष्टÑपति को इस बिल को पास नही करना चाहिए और इसे वापस भेजना चाहिए। वही कालका विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि तीन विधेयकों के रूप में बीजेपी ने काला कानून बनाया है। तीन विधेयकों को पास करके सरकार किसानों, कर्मचारियों और आढ़तियों को बर्बाद करने में तुली हुई है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सरकार को झुकना पड़ेगा और इस कानून को वापस लेना पड़ेगा। कालका विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि जनता का अगर सहयोग और समर्थन रहा तो आने वाले समय में कांग्रेस की सरकार प्रदेश में बनेगी। जिसके बाद निश्चित रूप से ये विधेयक रद्द कर दिए जाएंगे। गौरतलब है कि विपक्षी पार्टियों के अलावा हरियाणा के सैकड़ों किसान कृषि विधेयकों का विरोध कर रहे है। किसानों के समर्थन में प्रदेश के आढ़ती भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे है। आढ़तियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि वो किसी भी तरह के बड़े आंदोलन में किसानों के साथ है। 25 सितंबर को होने वाले भारत बंद में भी आढ़तियों ने किसानों का साथ देने की बात कही है। Post navigation पंचकूला में कोरोना के 84 नए मामले, कोरोना से ग्रस्त 4 मरीजों की मौत प्रभावशाली लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों को भूमिहीन न करे सरकार: विजय बंसल