उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को बताना होगा कि वे चौधरी देवीलाल के विचारों पर राजनीति करना चाहते हैं या चौधरी देवीलाल का नाम भुनाकर सत्ता की चासनी चाटना चाहते हैं1 18 सितंबर 2020 . स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मांग की अपने को चौधरी देवीलाल का पोता बताकर सत्ता की चासनी चाटने वाले हरियाणा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को बताना होगा कि वे चौधरी देवीलाल के विचारों पर राजनीति करना चाहते हैं या चौधरी देवीलाल का नाम भुनाकर सत्ता की चासनी चाटना चाहते हैं1 विद्रोही ने कहा कि दुष्यंत चौटाला चौधरी देवीलाल के बेटे ओम प्रकाश चौटाला के बेटे अजय चौटाला के बेटे होने के नाते चौधरी देवीलाल की परिवारिक संपत्ति का तो वारिस हो सकते हैं, लेकिन उनके राजनीतिक वारिस नहीं हो सकते1 चौधरी देवीलाल जीवन भर किसान, गांव की राजनीति करते रहे और उन्होंने जो भी राजनीति में मुकाम पाया था वह भी एक किसान नेता के रूप में ही पाया था1 आज उनका पोता होने की दुहाई देकर राजनीति की रोटी सेकने वाले दुष्यंत चौटाला व जजपा जब तक चौधरी देवीलाल के विचारों के खिलाफ किसानों के दुश्मन भाजपा-संघ, संघ के दलाल के रूप में काम करते रहेंगे तब तक उन्हें अपनी जुबान पर चौधरी देवीलाल का नाम लेने का कोई नैतिक हक नहीं1 विद्रोही ने कहा क्या तो दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देकर भाजपा सरकार से समर्थन वापिस ले या अपने को चौधरी देवीलाल का पोता बताकर जजपा के नाम से अपनी राजनीति की दुकान चलाना छोड़े1 वही विद्रोही ने आरोप लगाया कि किसानों के बल पर राजनीति करने वाले शिरोमणि अकाली दल नेता हरसिमरत कौर बादल ने पंजाब में 3 कृषि अध्यादेशो का किसानों द्वारा किए जा रहे भारी विरोध के मद्देनजर अपनी राजनीति बचाने मोदी मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देने की नौटंकी तो कर दी1 पर मोदी-भाजपा सरकार को समर्थन जारी रखने की बात कहकर अपना किसान विरोधी चेहरा भी बेनकाब कर दिया1 किसानों के भारी रोष के कोप से बचने बादल परिवार ने हरसिमरत कौर से मोदी-भाजपा सरकार के मंत्री पद से त्यागपत्र देने की नौटंकी तो करवा दी पर जब तक अकाली दल-बादल परिवार किसान विरोधी भाजपा से अपना संबंध नहीं तोड़ेगा तब तक पंजाब के किसान बादल परिवार की इस्तीफा नोटंकी के झांसे में नहीं आएगा1 Post navigation मनेठी एम्स : किसान जमीन का ज्यादा मुआवजा ना मांगे, जो तय किया है, उसी पर संतोष रखे। पाकिस्तानी हसीना के चंगुल में फंसकर सैनिक हुआ गद्दार