नारनौल बार कार्यकारिणी कार्यकाल बढ़ाने का विवाद गहराया, प्रधान और चुनाव अधिकारी आये मीडिया के सामने

पत्रकारवार्ता में कहा गबन के आरोप बेबुनियाद, मानहानि का दावा करेंगे

नारनौल,(रामचंद्र सैनी): नारनौल बार एसोसिएशन की कार्यारिणी का कार्यकाल बढ़ाने का विवाद गहरा गया है। एसोसिएशन के प्रधान पद के प्रत्याशी यशवंत यादव द्वारा मौजूदा कार्यकारिणी का कार्यकाल बढ़ाने के पीछे  21 लाख रुपये का गबन लगाकर बार काउंसिल चंडीगढ़ को एक शिकायत भेजी गई थी। जिसमें मंत्री कोटे से लॉक डाउन पीरियड में आये 21 लाख रुपये को गलत तरीके से खर्च करने का आरोप लगाया गया था। शिकायत में गलत तरीके से प्रस्ताव पास करके वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल बढ़ाने वाले प्रस्ताव रद्द करने तथा वर्तमान चुनाव अधिकारी की जगह नया चुनाव अधिकारी नियुक्त करने की मांग बार काउंसिल चंडीगढ़ से की गई थी। यह शिकायत मीडिया की सुर्खिया बनने के बाद आज बृहस्पतिवार को प्रधान अशोक यादव व चुनाव अधिकारी ओमप्रकाश यादव मीडिया के सामने खुलकर आये।

चुनाव अधिकारी एडवोकेट ओमप्रकाश यादव मांदी वाले ने कहा कि उन्होंने किसी भी तरह से अपने पद का दुरूपयोग नहीं किया है। चुनाव अधिकारी ने कहा है कि बार एसोसिएशन की बैठक में सर्वसम्मति से पास किए प्रस्ताव के बाद ही वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल बढ़ाकर प्रस्ताव चंडीगढ़ भेजा गया है। उन्होंने यह भी कहा गत 14 सितंबर को हुई बैठक में आरोप लगाने वाला प्रत्याशी तथा अन्य सभी प्रत्याशी भी उपस्थित थे। सभी ने बैठक उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर भी किए थे। उन्होंने कहा कि उस समय ना तो किसी सदस्य और ना ही किसी प्रत्याशी ने  कार्यकारिणी का कार्यकाल बढ़ाने का विरोध नहीं किया था, अब जो बातें की जा रही है वो अनर्गल है। चुनाव अधिकारी ने यह भी कहा कि वे चुनाव करवाने तक सीमित है। मंत्री की ग्रांट से और बार एसोसिएशन की किसी भी खरीद प्रक्रिया से उनका कोई वास्ता नहीं है। फिर गबन का सवाल कहा से आ गया।

बार एसोसिएशन के प्रधान अशोक यादव ने कहा कि उनकी कार्यकारिणी का कार्यकाल नियमानुसार बार की बैठक में सर्वसम्मति से बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि वे अपने एक साल के कार्यकाल का हिसाब मार्च में दे चुके हैं और रही बात मंत्री कोटे से आई 21 लाख रुपये की राशि का हिसाब किताब तो वो कोई भी सदस्य किसी भी समय ले सकता है। उन्होंने कहा कि उन पर गबन का आरोप लगाने वालों को उनकी प्रतिष्ठा पच नहीं रही है। इसलिए उन पर इस तरह के आरोप लगाकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है। अशोक यादव ने कहा कि उन पर गबन का आरोप लगाने वालों के खिलाफ वे कानूनी कार्रवाई करेंगे और मानहानि का दावा करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई उन पर एक भी पैसे के गबन का आरोप सिद्ध कर दें तो वे अपनी वकालत ही छोड़ देंगे। वही वरिष्ठ अधिवक्ता जसबीर ढिल्लो ने कहा कि प्रधान और चुनाव अधिकारी पर लगाए जा रहे सभी आरोप निराधार है। कार्यकाल बढ़ाने का निर्णय पूरी बार ने सर्वसम्मति से लिया है तथा बार के सभी वकील मजबूती के साथ प्रधान और चुनाव अधिकारी के साथ खड़े हैं।

इस मौके पर बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान हरिराम सैनी, वीरेंद्र यादव, जसबीर ढिल्लो, नरेंद्र सिंह यादव, केशन संघी, कृष्ण महता, सुभाष यादव, विजय यादव आदि एडवोकेट भी उपस्थित थे।

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