भिवानी। आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा के आह््वान पर लम्बित मागों को लेकर सीएमओं कार्यालय पर चल रहा धरना आज भी जारी रहा आज के धरने की अध्यक्षता हुकम कौर ने की व संचालन जिला सचिव सुशीला ने किया। धरने को सम्बोधित हुई आशा वर्कर यूनियन जिला सचिव सुशीला देवी व सीटू नेता सुखदेव ने कहा कि हरियाणा की भाजपा जजपा सरकार आशा वर्करो की मांगों का समाधान नही कर रही हैं मुख्यमंत्री के ओएसडी कृृष्ण बेदी ने मुख्यमंत्री के कोरोना से ठीक होने पर बातचीत का आश्वासन दिया था। जिसके कारण आशा वर्कर्स यूनियन ने हड़ताल को वापिस ले लिया था। मगर अब मुख्यमंत्री ठीक होकर राजनैतिक गतिविधियों में भी सक्रिय हो चुके हैं मगर मुख्यमंत्री के साथ अभी तक कोई बात नहीं हुई है यदि सरकार का यही रवैया रहा और 29 सितम्बर तक मिटिंग की डेट नही मिलती हैं तो 29 सितम्बर को प्रदेश की आशा वर्कर्स मुख्यमंत्री के गृृह निवास पर प्रदर्शन करेगी। उन्होंने अपनी मांगों पर चर्चा करते हुए कहा कि 2018 में लंबे आंदोलन के बाद सरकार ने हमारी मांगों को लिखित मे माना था उन मांगों को सरकार लागू नहीं कर रही है सरकार ने माना था कि प्रमोशन में आशा वर्कर्स से एएनएम बनाया जाएगा। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर फर्नीचर व आशा वर्कर को अलमारी दी जाएगी, स्मार्ट फोन दिया जाएगा ,और आशा वर्कर की जो 8 एक्टिविटी का पैसा काटा है उसमें कोई कटौती नहीं की जाएगी। लेकिन इसके बावजूद किसी भी मांग को सरकार ने नहीं माना। हम मांग करते हैं कि 2018 का समझौता लागू किया जाये, हमें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया जा रहा हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए, हमें हरियाणा के पैनल के अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा दी जाए। हमारा पीएफ काटा जाए और हमें ई,एस ,आई ,की सुविधा दी जाए सरकार हमें एक्स्ट्रा काम के बदले कम से कम 4000 का जोखिम भत्ता दिया जाए। सर्वे के लिए सभी तरह के सामान पीपीई किट, मास्क, सैनेटाइजर उपलब्ध कराएं। Post navigation कृषि से जुड़े तीन अध्ययादेशों के खिलाफ धरने पर बैठे किसान हरियाणा ओलंपिक संघ (एचओए) के चुनाव को हाईकोर्ट में चुनौती