कृषि से जुड़े तीन अध्ययादेशों के खिलाफ धरने पर बैठे किसान

भिवानी।   दिन-रात व गर्मी-सर्दी की परवाह किए बिना देश का अन्नदाता लोगों का पेट भरता है, लेकिन कभी सुखे तो कभी बाढ़ और इनसे बच जाए तो ये बीमारी उसकी फसलों को चौपट कर देती है। उसके बाद सरकार भी सरकार द्वारा ऐसे कानून थोपे जाते हैं, जो किसानों हित में नहीं होते हैं। इसी के विरोध में बुधवार को गांव कोंट में अखिल भारतीय किसान समिति द्वारा किसानों के लिए लाए गए तीन अध्ययादेशों के विरोध में केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना दिया और नारेबाजी की।

इस मौके पर धरने पर बैठे किसान सभा के जिला सचिव ओमप्रकाश सैनी व करतार ग्रेवाल भी समर्थन देने पहुंचे तथा उन्होंने धरने पर बैठे किसानों का हौसला बढ़ाया। इस मौके पर धरने में प्रवीण कालीरमन, लक्की कोंट, सरपंच रणदीप, जयभगवान, विनय कालीरमन, मनोज बरमन, गांधी फौजी ने कृषि से जुड़े तीन अध्ययादेशों का विरोध किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जो किसानों के हितों के विपरीत तीन अध्यादेश लेकर आई है, इन अध्यादेशों से किसान बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने सरकार से इन अध्ययादेशों को वापिस लिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि आज हर जिला में किसानों की नरमा की फसल झुल्सा, सफेद मक्खी व तेला जैसी बीमारियों से बर्बाद हो चुकी है। ऐसे में बर्बाद फसल की गिरदावरी करवाकर किसानों को 50 हजार रूपये प्रति एकड़े देने की मांग की गई है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने किसानों की मांगें नहीं मानी तो सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

Previous post

किसान हित के तीन अध्यादेशों से कांग्रेस की पूरी तरह से खिसक चुकी है राजनीतिक जमीन:जेपी दलाल

Next post

जल्द आशा वर्कर्स की मागों का समाधान नही किया तो आशा वर्कर्स करेगी मुख्यमंत्री निवास पर विरोध प्रदर्शन

You May Have Missed

error: Content is protected !!