दूसरे फेज में पहुंचा कोवैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल, वॉलंटियर्स को दो ग्रुप में बांटकर दी गई डोज

इस बार पूरे देश में 9 इंस्टीट्यूट में 380 वॉलंटियर को वैक्सीन लगाई जानी है.

रोहतक. भारत बॉयोटेक द्वारा बनाई गई कोवैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल दूसरे फेज में प्रवेश कर चुका है. इसी कड़ी में रोहतक पीजीआई ने भी ट्रायल में वॉलंटियर की वैक्सीनेशन पूरी कर ली है. फेज दो की ट्रायल प्रक्रिया में कई बदलाव किए गए हैं. इस बार वॉलंटियर्स को दो ग्रुप में बांटकर डोज दी गई है.

बता दें कि रोहतक पीजीआई में कोवैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है. पिछले दिनों प्रथम चरण का ट्रायल पूरा कर उसकी रिपोर्ट हाई अथॉरिटी को सौंप दी थी. प्रथम चरण के बेहतर नतीजे मिलने के बाद फिलहाल पीजीआई को दूसरे फेज के ट्रायल की अनुमति मिली है. लेकिन इस बार कुछ नए बदलाव के साथ ट्रायल हो रहा है.

380 वॉलंटीयर्स को दी जाएगी वैक्सीन

पीजीआई में ट्रायल की प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डा. सविता वर्मा ने बताया कि इस बार पूरे देश में 9 इंस्टीट्यूट में 380 वॉलंटियर को वैक्सीन लगाई जानी है. जिसमें से रोहतक पीजीआई में कुल 50 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है. वहीं, वैक्सीन लगाने से पहले सामान्य मैडीकल परीक्षण के साथ-साथ कोरोना का टेस्ट भी किया गया है.

वॉलंटियर्स को दो ग्रुपों में बांटा

डा. सविता वर्मा ने बताया कि ट्रायल के दूसरे फेज में वॉलंटियर्स को दो ग्रुप में बांटा गया है. एक ग्रुप के वॉलंटियर्स को 3एमजी डोज दी गई है, जबकि दूसरे ग्रुप को 6 एमजी डोज दी गई है. इस बार 14 दिन की बजाए 28 दिन बाद वैक्सीन की दूसरी डोज देना तय किया गया है।. डॉक्टर्स की टीम अब लगातार वॉलंटियर से सम्पर्क कर उनसे स्वास्थ्य बारे पूछताछ करती रहेगी. वैक्सीनेशन पूरी होने के बाद वॉलंटियर्स की एंटीबॉडी जांच कर उसकी रिपोर्ट हाई अथॉरिटी को भेजी जायेगी.

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