जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान एवं वरिष्ठ अधिवक्ता चौधरी संतोख सिंह ने पिपली-कुरुक्षेत्र में शांतिपूर्वक रैली करने जा रहे निहत्थे किसानों पर बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब सब उद्योग धंधे फेल हो गए उस संकट की घड़ी में भी कृषि क्षेत्र ने ही देश की अर्थव्यवस्था को सहारा दिया।उन्होंने कहा कि किसानों ने अपने खून पसीने और कड़ी मेहनत से अनाज उत्पादन कर के पूरे देश को अनाज, सब्ज़ियां तथा फल उपलब्ध करवाया।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों अध्यादेश किसान विरोधी है क्योंकि उनमें घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फ़सलें ख़रीदने का प्रावधान नहीं है जिसका फ़ायदा उठाकर अनाज व्यापारी और एजेंसियां औने पौने दामों पर किसानों की फ़सलें ख़रीद कर उनको लूटेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को नया अध्यादेश लाना चाहिए जिसमें यह प्रावधान हो कि घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम भाव पर फ़सलें ख़रीदना क़ानूनन अपराध होगा और अगर कोई अनाज व्यापारी और एजेंसियां घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे किसान की फसल ख़रीदता है तो उसके ख़िलाफ़ कड़ी क़ानूनी कार्रवाई होगी। Post navigation लघुकथा : बावरा किसानों को जख्म देकर क्यों कुरेद रही सरकार – वशिष्ट कुमार गोयल