–पीडि़त का आरोप लिखित शिकायत के बीस दिन बाद मुकदमा तक दर्ज नहीं हुआ

नारनौल,(रामचंद्र सैनी): नारनौल के मोहल्ला पुरानी सराय के एक नाबालिग से कुछ युवकों द्वारा करीब एक साल पिस्तौल दिखाकर डरा धमकाकर लाखों रुपये ऐंठने का आरोप वाली एक शिकायत शहर थाना में की गई है। पीडि़त मोहनलाल पुत्र ओमप्रकाश ने बताया कि करीब बीस दिन पहले उसने तत्कालीन एसपी व शहर थाना में अपनी शिकायत दी थी लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करना तो दूर की बात उनके खिलाफ मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया है।

पीडि़त ने बताया कि वह इस मामले में शहर थाना में जाकर भी अपने बेटे के बयान दर्ज करवा चुका है। उसने बताया कि सीएम विंडों में लगाई गई गुहार के बाद आज 10 सितंबर को भी एसपी कार्यालय में सीएम विंडो शिकायत से संबंधित पुलिस अधिकारी ने उसके बेटे के बयान दर्ज जरूर किए हैं लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।

मोहनलाल ने बताया कि उसका नाबालिग बेटा प्रशांत सरस्वती स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ता है तथा उसकी उम्र 15 साल है। पुलिस को की गई शिकायत में कहा गया है कि प्रशांत को मयंक यादव पुत्र केके मास्टर, लक्की पुत्र बालाराम, अंकित पुत्र भोलू, अभिषेक पुत्र लालाराम व राम पिछले साल 2019 से लगातार डरा धमकाकर कनपटी पर पिस्तौल रखकर रूपये ऐंठते रहे हैं।  शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि 15 फरवरी 2020 को इन लोगों ने प्रशांत को स्कूल के रास्ते से उठाकर एक डिजायर गाड़ी में डाल लिया तथा उसे हुडा सेक्टर में ले जाकर कनपटी पर बंदूक रखकर डराया धमकाया। इसके बाद 10 अप्रैल 2020 को भी उपरोक्त आरोपियों में से दो युवकों ने उसके घर आकर प्रशांत को एकांत में ले जाकर डराया।

मोहनलाल ने अपनी शिकायत में कहा है कि आरोपियों ने जब-जब प्रशांत को डराया तब-तब प्रशांत घर में रखी नकदी ले जाकर आरोपियों को देता रहा। पीडि़त ने बताया कि प्रशांत अब तक उनके करीब ढाई लाख घर से उसके तथा अपने दादा की पेंशन के रखे रुपयों को ले जाकर दे चुका है। पीडि़त ने बताया कि आरोपियों की रोज-रोज की पैसों की डिमांड के कारण उसका बेटा प्रशांत परेशान रहने लगा तो उन्होंने इसका कारण पूछा तो किसी तरह इसका खुलासा हुआ। जिस पर उन्होंने तुरंत इस मामले की सूचना पुलिस को दी लेकिन करीब बीस दिन से भी अधिक समय बीत जाने के बाद उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

गन प्वाइंट जैसे गंभीर आरोपों पर आखिर क्यों नहीं हो रही है कार्रवाई

पिछले कुछ महीनों से नारनौल जैसे शांतप्रिय क्षेत्र में युवाओं की अनैतिक व अपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता तेजी से बढ़ रही है। एक बाद एक हुई फायरिंग की तीन घटनाओं के बाद क्षेत्र की जनता में भय का माहौल बन चुका है। हालांकि दो घटनाओं में पर्ची डालकर फायरिंग करके रंगदारी मांगने के मामले में नारनौल पुलिस के हत्थेे एक कथित गैंग के तीन गुर्गे चढ़ चुके हैं, लेकिन इसका सरगना अभी तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुरानी सराय में एक नाबालिग से पिस्तौल की नोंक पर रुपये ऐंठने वालों की बाकायदा नाम पते सहित शिकायत दी जाती है लेकिन पुलिस बीस दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करती है। जिसके चलते ही इस तरह के युवाओं के हौंसले बुलंद होते है और वो भविष्य में किसी भी बड़ी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग से भी नहीं चूकते है। जिसके चलते सवाल बना हुआ है आखिर पुलिस ऐसे संगीन आरोपों के बाद भी पुलिस अभी तक हाथ पे हाथ धरे क्यों बैठी है।

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