पूर्व लोकसभा प्रत्याशी व राष्ट्रीय जाट एकता संगठन के प्रदेश प्रवक्ता पवन नेहरा ने चिंता जताते हुए बताया कि बेरोजगारी में हरियाणा का नंबर वन होना हरियाणावासियों के लिए और खासकर युवाओं के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। हरियाणा प्रदेश रोजगार के क्षेत्र में देशभर में प्रथम स्थान पर होना चाहिए था, लेकिन वास्तविकता में बेरोजगारी के क्षेत्र में हरियाणा प्रथम स्थान पर पहुंच गया है।

पवन नेहरा ने कहा कि यह सरकार की गलत नीतियों के कारण और समाज को धर्म और संप्रदाय के नाम पर बांटने के कारण हुआ है। मेरा प्रदेश की जनता और युवाओं से निवेदन है कि प्रदेश को जाति धर्म और संप्रदाय के नाम पर बांटना बंद करें और रोजगार के क्षेत्र में इसको बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ने का एक कारण यह भी है कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस में भी प्रदेश पिछड़ चुका है। इस कारण से बिजनेस करने वाले व्यक्ति और ऑर्गनाइजेशन हरियाणा में कम रूचि ले रहे हैं जो प्रदेश के लिए चिंता का विषय है।

पवने नेहरा ने कहा कि बेरोजगारी की परिस्थिति में युवा अपराध और नशे की तरफ आकर्षित होता है, जो उनके जीवन को विनाश की तरफ ले जाता है। जिस चीज पर हम गर्व करते हैं कि हमारा देश और प्रदेश युवाओं का देश है अगर उसे नहीं संभाला गया तो प्रदेश अपराधियों और नशेड़ीओ का प्रदेश कहलाएगा।

प्रदेश के अनुभवी मुख्यमंत्री और युवाओं के चहेते उपमुख्यमंत्री से मेरा अनुरोध है कि इस विषय को प्राथमिकता से देखते हुए प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार का बंदोबस्त करें व साथ ही जिन युवाओं की नौकरी कोरोना के कारण चली गई है,उन्हें रोजगार दिलवाने के लिए सरकार तुरंत पहल करे।

पवन नेहरा ने कहा कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों घोषणा भी की थी स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए कम्पनियों को पाबंदी किया जाएगा।

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