जम्मू-कश्मीर के बारामुला में आतंकियों से लोहा लेते शहीद होने वाले जवान भूपेंद्र सिंह चौहान का पार्थिव शरीर सोमवार को उनके गांव चरखी दादरी हरियाणा पहुंचेगा.
भूपेंद्र सिंह चौहान

चरखी दादरी. जम्मू-कश्मीर के बारामुला में आतंकियों से लोहा लेते शहीद होने वाले जवान भूपेंद्र सिंह चौहान का पार्थिव शरीर सोमवार को उनके गांव चरखी दादरी हरियाणा पहुंचेगा. उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के नौगाम सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी में 22 साल के भूपेंद्र सिंह चौहान शहीद हो गए थे. भूपेंद्र के शहीद होने की सूचना मिलते ही उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया. पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. शहीद के घर आने-जाने वालों का तांता लगा है. 18 महीने पहले ही भूपेन्द्र की शादी हुई थी. भूपेन्द्र को एक छह महीने का बेटा है.

भूपेन्द्र सिंह अपने लाडले बेटे से एक ही बार मिल पाए. शहीद का छोटा भाई दीपक भी फौज में भर्ती होने के लिए तैयारियां कर रहा है. भूपेंद्र शुक्रवार रात को बारामुला में आतंकी हमले में शहीद हुए सेना के तीन जवानों में से एक थे. चरखी दादरी जिले के गांव बास के भूपेन्द्र सिंह चौहान की शहादत पर पूरे गांव सन्नाटा पसरा है. उनकी शहादत की खबर गांव में पहुंचने के बाद से यंहा शोक की लहर है. शहीद के घर सांत्वना देने वालों का तांता लगा है.

भूपेन्द्र सिंह का पार्थिव शरीर सोमवार को गांव में पहुंचेगा. गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. चरखी दादरी जिले के गांव बास (रानीला) के किसान मलखान का 22 वर्षीय बेटा भूपेन्द्र सिंह चौहान जम्मू-कश्मीर में तैनात था. आतंकवादियों ने सेना की चेक पोस्ट को मोर्टार दागा, जिसमें भूपेन्द्र सहित तीन जवान शहीद हो गए.

शहीद के पार्थिव शरीर को रविवार सुबह श्रीनगर में श्रदांजलि दी गई. इसके बाद में विमान से नई दिल्ली पार्थिव शरीर भेजा जाएगा. वंहा पर वॉर मेमोरियल में श्रदांजलि दी जाएगी. इसके बाद सोमवार को शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचेगा.

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