वन, पर्यटन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने गांव सांगा में किया आक्सीजन पार्क का शुभारंभग्रामीणों से की अपने पुर्वजों के नाम से पौधारोपण करने की अपील भिवानी, 05 सितम्बर। वन, पर्यटन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि हमें अपने लिए ही नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी शुद्ध हवा व शुद्ध पानी देना होगा। इसके लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे। उन्होंने ग्रामीणों से अपने पूर्वजों के नाम पर अधिक से अधिक पेड़ लगाने का आह्वान किया, जो कि वास्तविक पुण्य का काम है। वन मंत्री कंवरपाल शनिवार को गांव सांगा में आक्सीजन पार्क व पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान अपना संदेश दे रहे थे। कार्यक्रम को संबोंधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमने पेड़-पौधों को भगवान मानकर पूजा है। पीपल को ब्रह्मा और तुलसी को माता माना है, लेकिन पिछले 50 वर्षों के दौरान हमने अपनी भौतिक वस्तुओं की पूर्ति के लिए पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की है, जिससे कि पर्यावरण का संतुलन बिगड़ गया है और पर्यावरण प्रदुषित हो गया है। आज न साफ हवा न साफ पानी है। पानी का भी जमीन से अत्यधिक दोहन किया है, जिससे उसका वाटर लेवल भी काफी नीचे चला गया है। उन्होंने कहा कि हमने अपने बच्चों को भी वैसा ही हवा और पानी देना है, जैसा हमारे पूर्वज हमारे को देकर गए थे। इसके लिए हमें गंभीर होना होगा। पूर्वजों के नाम पर पौधारोपण करने की अपील उन्होंंने कहा हम अपनी संतान को कार, गाड़ी व बगला तो दे रहे हैं, लेकिन वास्तविक संपत्ति नहीं दे रहे, जो शुद्ध पर्यावरण है, जिस पर जीवन निर्भर है। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के लिए विशेषकर युवाओं को आगे आना होगा और इसे एक विशेष अभियान का रूप देना होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना सबसे जरूरी है। यदि हम समय रहते नहीं संभले तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने श्राद्ध पक्ष में अपने पितरों व पुर्वजों के नाम पर पेड़ लगाने का आह्वान किया जो वास्तविक धर्म है। उन्होंने कहा कि फलदार या छायादार पेड़ पर अनेकों पक्षी आसरा लेते हैं, जिससे वास्तव में पुण्य लगता है। तीन साल में प्रदेश में वन क्षेत्र का 20 प्रतिशत करने का लक्ष्य शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में सात प्रतिशत जमीन पर जंगल है, जिसे आगामी तीन वर्ष में बढ़ाकर 20 प्रतिशत करना है। इसके लिए सरकार ने विशेष योजना तैयार की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 के लिए वन विभाग द्वारा प्रदेश में 1.25 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि पंचायत द्वारा उपलब्ध करवाने पर पौधे वन विभाग द्वारा लगाए जाएंगे और पांच साल तक उनका लालन पालन भी वन विभाग करेगा। उन्होंने कहा कि खेतों में किसानों की इच्छा पर वन विभाग सडक़ किनारे पेड़ लगाएगा और आने वाले समय वह पेड़ का ही होगा, न कि उसको पहले की तरह वन विभाग लेगा। उन्होंने कहा किक वृक्षारोपण अभियान के तहत मानसून स्तर से प्रदेश के सभी 22 जिलों में 50-50 गांवों को चुना गया है, जहां पर मंदिर, गुरूद्वारों व खाली जमीन पर फलदार व छायादार पौधे लगाए जाएंगे। जिला में इस साल लगाए जाएंगे पांच लाख पौधे कार्यक्रम को संबोधित करते भिवानी से विधायक एवं पूर्व मंत्री घनश्याम दास सर्राफ ने कहा कि जिला भिवानी में पौधारोपण का विशेष अभियान चलाया हुआ है। शहर में हनुजान जोहड़ी धाम, महाराजा नीमपाल सिंह राजकीय महाविद्यालय, बस स्टैंड और लठियावाला जोहड़ क्षेत्र का चुना है। इसी प्रकार से आने वाले समय में जिला में पौधारोपण के क्षेत्र का विस्तार किया जाएगा। बवानीखेड़ा से विधायक बिशंभर वाल्मीकि ने कहा कि जिस प्रकार से जिला ने खेलों व शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश व देश का नाम रोशन किया है, उसी प्रकार से पर्यावरण संरक्षण में जिला हमेशा आगे रहेगा, इसके लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएंगे। उन्होंने युवाओं से पौधारोपण के साथ-साथ पौधों का संरक्षण करने की भी अपील की। कार्यक्रम को प्रधान वन संरक्षक हरियाणा डॉ. अमरेंद्र कौर ने भी संबोधित किया और विभाग के पौधारोपण अभियान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भिवानी जिला में इस साल पांच लाख पौधे लगाए जाएंगे। ग्रामीणों ने मंत्री के समक्ष रखी अपनी मांगें गांव के सरपंच प्रतिनिधि राजेश ने शिक्षा मंत्री से गांव के प्राईमरी स्कूल को अपग्रेड करने, स्कूल में एनसीसी व एनएसएस की यूनिट शुरु करने, आईटीआई या स्किल डेवलेपमेंट का सेंटर शुरु करने, निगान से सांगा तक सडक़ को 11 फुट से 18 फुट तक चौड़ा करने, एक नया वाटर टैंक बनवाने, स्कूल में मल्टीपर्पज हॉल का निर्माण करवाने व साईंस लैब बनवाने, गांव में कोचिंग सेंटर शुरु करवाने, स्कूल में 10 वीं व 12 वीं कक्षा का परीक्षा सेंटर बनवाने व स्कूल के सभी रास्ते पक्के करवाने आदि मुख्य रूप से मांगे रखी, जिस पर मंंत्री ने हर संभव पूरा करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के दौरान वन मंत्री ने स्कूल प्रांगण में आक्सीजन पार्क का उद्घाटन किया और पौधारोपण भी किया। उन्होंने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप भी प्रज्जवलित किया। कार्यक्रम में वन मंत्री कंवरपाल, विधायक श्री सर्राफ, विधायक श्री वाल्मीकि, भाजपा जिला प्रधान शंकर धूपड़, पूर्व नप चेयरमैन भवानी प्रताप का पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया। गांव की सरपंच संतोष बाला ने प्रधान वन संरक्षक हरियाणा डॉ. अमरेंद्र कौर को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। मंत्री ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रह्लादगढ़ से तृप्ता देवी, गरंवा से पर्यावरण संरक्षक सुरेश कुमार और स्वयं सहायता समूह कलिंगा की महिलाओं को सम्मानित किया। मंत्री को स्कूल की तरफ से छात्रा कनिका द्वारा पेंसिल से बनाया गया उनका चित्र भेंट किया गया, जिस पर मंत्री ने भी छात्रा को सम्मानित किया। इस दौरान जिला मुख्य वन संरक्षक हिसार घनश्याम शुक्ला, उप वन संरक्षक भिवानी बी. निवेदिता भोजराज, वन राजिक अधिकारी प्रचार हिसार वीपिन ग्रोवर, रेंज ऑफिसर कैलाश चंद्र, पारस डालमिया, जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण, उमेद सिंह, पार्षद श्याम सुंदर, पूर्व सरपंच रमेश चंद्र, भाजपा मंडल अध्यक्ष विनोद स्वामी, दिनेश, राजपाल, वन विभाग से वन खंड अधिकारी बजरंग राणा, प्रधान हंसराज, रणजीत सिंह, विकास, मंजीत के अलावा गांव सांगा व आसपास के अनेक गांवों से बीडीसी, जिला पार्षद, सरंपच, पंच व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।वहीं दूसरी और मंत्री कंवरपाल महाराज नीमपाल सिंह राजकीय महाविद्यालय और लठियावाला जोहड़ में पौधारोपण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और पौधारोपण किया। इस दौरान भी उन्होंने नागरिकों से पौधारोपण कर पृथ्वी को बचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पौधारोपण ईश्वरीय कार्य है। Post navigation शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर शिक्षकों को पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने दी बधाई मिनी क्यूबा के खिलाड़ियों ने हमेशा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं : सतविंदर गिल