हरियाणा बेरोजगारी में देश में फिर नंबर 1 पर अब आया है

हरियाणा के सब युवा साथियों को मेरा नमस्कार! अगस्त मई के सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकॉनॉमी के बेरोजगारी के आंकड़े सामने आ गए हैं। शर्मनाक बात यह है कि हरियाणा बेरोजगारी में देश में फिर नंबर 1 पर अब आया है। खट्टर साहब, दुष्यंत चौटाला जी कुछ तो शर्म करो। 33.5 प्रतिशत की बेरोजगारी की दर हरियाणा में है। आए दिन पेपर बिक रहे हैं। बच्चों ने पेपर दिए, पर उनका रिज़ल्ट नहीं आ रहा, वो धरने पर बैठे हैं। पीटीआई टीचरों को जानवरों की तरह पीटकर थाने में बंद किया जा रहा है। एनएचआरएम के कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा रहा है। कोरोना के नाम पर 10,000 से अधिक कच्चे कर्मचारियों की नौकरियां निकाल दी गई हैं और बेरोजगारी का आलम सर चढ़कर बोल रहा है। ऐसा लगता है कि खट्टर सरकार-दुष्यंत चौटाला सरकार मिलकर हरियाणा के युवाओं के भविष्य को अंधकार के एक कुंए में डालना चाहती है।

खट्टर साहब, या तो रोजगार दीजिए, दुष्यंत चौटाला जी, या तो रोजगार दीजिए, वर्ना गद्दी छोड़ दीजिए क्योंकि हरियाणा के युवाओं को अब आपकी बहानेबाजी स्वीकार नहीं। खट्टर जी, दुष्यंत चौटाला जी, रोजगार दो वर्ना गद्दी छोड़ दो। नमस्कार, जय हिंद।

खट्टर सरकार की नालायकी, नाकारापन और निकम्मापन देश के सामने साबित हो गया।

नमस्कार साथियों! एक बार फिर खट्टर सरकार की नालायकी, नाकारापन और निकम्मापन देश के सामने साबित हो गया। आज कांग्रेस ने नहीं, भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय सरकार ने ‘ईज़ ऑफ डूईंग बिज़नेस’ में पूरे प्रांतों की रैंकिंग जारी की है। चौंकिए मत, सोचिए भी मत, केवल जानिए। हरियाणा प्रांत गिरकर 16वें नंबर पर पहुंच गया है। खट्टर जी ने जब सरकार संभाली, तो तीसरे नंबर पर हरियाणा था। तीसरे पायदान से गिरकर 16वें पायदान तक हरियाणा आ गया क्योंकि हरियाणा में अब व्यवसाय का कोई स्कोप नहीं बचा। हर चीज़ के लिए सुविधा शुल्क चाहिए। हर चीज़ में भ्रष्टाचार है। किसी चीज़ के लिए कोई माफी नहीं। किसी की कोई सुनता नहीं।

अफसरशाही हावी है और केवल और केवल रुपयों का गोलमाल चल रहा है। इसलिए लोग अपनी फैक्ट्रियां बंद कर, धंधे बंद कर, व्यवसाय बंद कर हरियाणा छोड़कर जा रहे हैं। ऐसे मुख्यमंत्री को, ऐसे उपमुख्यमंत्री को, खट्टर जी और दुष्यंत चौटाला जी को, जिनके शासन में रोजगार पैदा करने वाले धंधे, व्यवसाय, फैक्ट्रियां, लघु, मध्यम और बड़े उद्योग, धंधा बंद कर जा रहे हैं और ‘‘ईज़ ऑफ डूईंग बिज़नेस’’ तीसरे नंबर से गिरकर 16वें नंबर पर पहुंच गई है, इयर-टू-इयर 3 प्वाईंट गिर गया है, क्या आपको गद्दी पर बने रहने का अधिकार है।

अब ये सर्टिफिकेट हमने नहीं दिया, ये तो मोदी जी, पीयूष गोयल जी और निर्मला सीतारमन जी ने दिया है, अगर जरा सी भी गैरत है, तो आज ही पद से इस्तीफा दे दीजिए, क्योंकि अब यह साबित हो गया है कि हरियाणा में केवल एक चीज का शासन है और वो है भ्रष्टाचार। जय हिंद!