पंचकूला, 03 सितम्बर। कोरोना के इलाज का पारस अस्पताल पर ज्यादा बिल वसूलने के आरोप है। कोरोना संक्रमित कांग्रेस प्रवक्ता रंजीता मेहता ने प्रबंधन को पत्र लिखा है। रंजीता मेहता का कहना है कि उनका ईसीजी ही नहीं हुआ तो बिल में कैसे जोड़ा दिया गया। सामान्य वार्ड में इलाज करवाया है फिर भी 3 दिन का बिल 97 हÞार बना दिया। पंचकूला सिविल सर्जन डॉ जसजीत कौर ने कहा कि अगर पीड़ित लिखित में उनको शिकायत देते हैं और पारस हॉस्पिटल ने सरकार द्वारा जारी पैकेज से ज़्यादा रकम वसूली है तो कार्यवाई की जाएगी।

कांग्रेस प्रवक्ता रंजीता मेहता ने नाडा साहिब के पास स्थित पारस हॉस्पिटल में कोरोना के इलाज का ज्यादा बिल वसूलने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखा है। रंजीता मेहता ने बताया कि उन्हें 1 सितंबर को अस्पताल से छुट्टी दी गई। जब उन्होंने बिल देखा तो पाया कि जो टेस्ट किए ही नहीं उनका भी बिल थमा दिया। इसमें ईसीजी भी शामिल था।

उन्होंने बताया कि पंचकूला सेक्टर 6 नागरिक अस्पताल से ही उन्हें कैनुला  लगा दिया गया था और इस अस्पताल में आने के बाद उन्हें कोई कैनुला अलग से नहीं लगाया गया।  इसके साथ ही 10 एन-95 मास्क 3500 के चार्ज किए गए हैं।बइसके साथ ही 5 हजार की पीपीई किट चार्ज की गई है। रंजीता मेहता ने बताया कि उन्होंने अपना इलाज सामान्य वार्ड में कराया था। इस बैड के लिए उनसे प्रति दिन के 10 हजार चार्ज की गए हैं। इसकी जानकारी अस्पताल के प्रबंधन ने पहले नहीं दी थी।उन्होंने कहा कि उनके 3 दिन का अस्पताल का बिल 97 हजÞार आया है।

वहीं इस मामले में पंचकूला सिविल सर्जन डॉ जसजीत कौर ने कहा कि अगर पीड़िता रंजीता मेहता उन्हें लिखित में शिकायत देती हैं तो वह इस पर कार्रवाई करेंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निजी अस्पतालों के लिए पैकेज की लिमिट जारी की गई है। अगर पारस हॉस्पिटल ने सरकार द्वारा जारी की गई पैकेज की लिमिट से ’यादा रकम वसूली है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।

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