पंचकूला, 03 सितम्बर। पीटीआई चयन के लिए 23 अगस्त को आयोजित परीक्षा के लीक हुए पेपर को रद्द करवाने और मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने की मांग को लेकर गुरूवार को परीक्षार्थियों ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग पंचकूला के कार्यालय पर आक्रोश प्रदर्शन किया। करीब एक घंटा प्रर्दशन के बावजूद हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन व सेक्रेटरी सहित अन्य सभी अधिकारियों ने ज्ञापन लेने से ही साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद बर्खास्त परीक्षार्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया और ज्ञापन आयोग के गेट पर चस्पा किया गया। समिति के अध्यक्ष धर्मेंद्र पहलवान ने इसके बाद ऐलान किया कि आयोग के चेयरमैन के आवास पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि अगर 7 सितंबर तक बर्खास्त पीटीआई की सेवा बहाल करने के विकल्पों पर गंभीरता से गौर नही किया और लीक हुए पेपर को रद्द कर मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने का फैसला सरकार ने नही लिया तो 8 सितंबर को सीएम सिटी करनाल में बर्खास्त पीटीआई परिवार सहित प्रर्दशन करेंगे। हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के बेनर तले किए गए प्रर्दशन में सैकड़ों की तादात में परीक्षार्थियों व बर्खास्त पीटीआई शामिल हुए। हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक धर्मेंद्र पहलवान व विनीता यादव के नेतृत्व में हुए इस प्रर्दशन में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, महासचिव सतीश सेठी,प्रेस प्रवक्ता इन्द्र सिंह बधाना, सचिव मांगें राम तिगरा व कृष्ण शर्मा ने भी शामिल होकर लीक हुए पेपर को रद्द करने, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इस प्रकरण की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराकर सच्चाई जनता के सामने लाने की मांग की। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व प्रवक्ता इन्द्र सिंह बधाना ने इस अवसर पर प्रर्दशनकारी परीक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि कर्मचारी चयन आयोग की मिलीभगत के बिना पेपर लीक हो ही नही सकता। इसलिए आयोग के चेयरमैन को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा देकर एक उदाहरण पेश करना चाहिए। लेकिन उनके इस मामले में दिए बयानों से लगता है कि इस्तीफा देने की बजाय मामले को रफा-दफा करने का प्रयास ही करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी हिसार पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन ने मीडिया में बयान दिया कि यह नकल का मामला है,पेपर लीक का नही है। उन्होंने सवाल किया कि बिना पेपर लीक हुए उसी पेपर की आंसर-की (उत्तर) कैसे तैयार हो सकती है। Post navigation मार्किट सेक्टर-28 डी रक्तदान शिविर में 70 रक्तदानियों ने किया रक्तदान कोरोना के इलाज का पारस अस्पताल पर ज्यादा बिल वसूलने का आरोप