उपायुक्त अमित खत्री ने कहा, स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की पालना करें आमजन

गुरूग्राम, 31 अगस्त। कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के साथ ही गर्मी व बरसात के मौसम में अन्य बीमारियां से भी स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर बचाव बेहद जरूरी है। ऐसे में बरसाती मौसम में अक्सर उल्टी, डायरिया, टाईफाईड, हैजा व पीलिया जैसी बीमारियां फैलने की आंशका बनी रहती है और इन बीमारियों को शुरू से ही पनपने से रोकने के लिए सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है ताकि लोगों का स्वास्थ्य ठीक रह सकें।

उपायुक्त अमित खत्री ने जिलावासियों को पूरी सावधानी बरतते हुए स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग उक्त बीमारियों की रोकथाम के लिए भरपूर कोशिश करता है फिर भी जनता के सहयोग के बिना यह कार्य संभव नहीं है। उपायुक्त ने आमजन से अपील की है कि वे इन बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताए गई बातों पर अमल अवश्य करें तथा इन बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को अपना पूर्ण सहयोग दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि नोवल कोरोना वायरस की महामारी के चलते लोग किसी भी प्रकार के बुखार को हल्के में न लें और तुरंत अपनी जांच करवाएं व जारी हिदायतों की पालना अवश्य करें।

सावधानी रखते हुए बनाएं बीमारियों से दूरी-

उपायुक्त ने कहा कि सावधानी रखते हुए बीमारियों से बचा जा सकता है। ऐसे में आमजन से आह्वान करते हैं कि वे हमेशा स्वच्छ पानी का सेवन करें, पानी को उबाल कर या क्लोरीन मिला पानी प्रयोग करें, खाना खाने से पहले व बाद में तथा शौच जाने के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं, पीने के पानी के स्रोतों के पास शौच न करें। सडे, गले, कटे हुए व बासी खाद्य पदार्थो को न तो खरीदें तथा न ही इन्हे खाने में प्रयोग करें।

किसी भी प्रकार की बीमारी के लक्षण पर जांच अवश्य कराएं –

सीएमओसिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव ने कहा कि जिला प्रशासन के सहयोग से कोरोना संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए नियमित सैंपलिंग प्रक्रिया जारी है। साथ ही अन्य जल जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए भी विभाग की ओर से ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वे खाने व पीने की चीजों को हमेशा ढक कर रखें, घरों में पानी की टंकियों की सफाई समय-समय पर अवश्य करें, उल्टी, दस्त लगने पर ओ.आर.एस. घोल व नमक का घोल पर्याप्त मात्रा में लें तथा नजदीकी सरकारी हस्पताल में जाकर अपनी जांच एवं इलाज करवाएं।

उन्होंने यह भी सलाह दी कि घरों के आसपास पानी इक्कठा न होने दें तथा नालियों को साफ रखें तथा गड्डों को मिट्टी से भर दें। इसके साथ-साथ पानी की टंकियां, कूलर इत्यादि सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करके सुखा लें या कूलर के पानी में एक चम्मच पैट्रोल या डीजल तेल डालें। घर के आसपास व छत पर खाली बर्तन, टायर, गमलों आदि में बरसात का पानी खड़ा न होने दें। छत की टंकी अच्छी तरह बंद रखें तथा नलकों का टपकना रोकें। मच्छरों के काटने से बचाव के लिए मच्छरदानी व मच्छर भगाने वाली दवाओं का प्रयोग करें तथा कपड़े ऐसे पहने जिससे सभी अंग ढके रहें।

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