– स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अब तक 6 लाख 55 हजार 309 घरों तथा 15 लाख 85 हजार 245 स्थानों पर की डेंगू के लारवे की जांच। गुरुग्राम 27 अगस्त। गुरुग्राम जिला को इस बार डेंगू फ्री बनाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। जिला में डेंगू व मलेरिया की रोकथाम के लिए निरंतर दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। इसके अलावा, लोगों को डेंगू व मलेरिया संबंधी डूज व डोन्ट्स के बारे में जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव ने बताया कि पिछले वर्ष जहां एक ओर डेंगू के 22 मामले रिपोर्ट हुए थे, वहीं इस वर्ष जिला में अब तक डेंगू का एक भी मामला सामने नही आया है जो स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता के साथ साथ लोगों की जागरूकता को दर्शाता है। जिला में डेंगू की रोकथाम के लिए चलाई जा रही गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए उप-सिविल सर्जन डॉ सुधा गर्ग ने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए अब तक जिला के 6 लाख 55 हजार 309 घरों में डेंगू मलेरिया के लारवा की जांच की जा चुकी है। इसके अलावा, 15 लाख 85 हजार 245 अन्य स्थानों पर भी टीमों ने जांच की है और यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी जगह पर मच्छर का लारवा तो नहीं पनप रहा। आंकड़े सांझा करते हुए डॉ गर्ग ने बताया कि अब तक जिला में 2 लाख 30 हजार 752 कूलर, 2 लाख 33 हजार 204 पानी की टंकी, 1 लाख 29 हजार 749 पानी की होदी, 6 लाख 61 हजार 825 पानी भरे गमले और अन्य पानी एकत्रित होने वाले स्थान, 1 लाख 78 हजार 545 टायर , 1 लाख 51 हजार 173 ऐसे स्थान जहां पर इन मच्छरों के पनपने का अधिक खतरा है, आदि की जांच की गई है। इन सभी जगहों पर जांच के साथ साथ मच्छर मारने वाली डेल्टामेथरिन, पायरेठट्रम , टेमीफोस आदि दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है ताकि मच्छर का लारवा न पनप सके।उन्होंने बताया कि टीमों द्वारा पूरे जिला में घर घर जाकर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है । शहरी क्षेत्रों में जांच के साथ ग्रामीण क्षेत्र में पड़ने वाले जोहड़ ,तालाबों में गंबूजिया मछलियों के बीज डाले जा रहे हैं ताकि डेंगू के लारवे को पनपने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि पूरे गुरुग्राम में इस समय डेंगू की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर सक्रियता के साथ टीमें अपना कार्य कर रही है, सभी आवश्यक सावधानियां बरती जा रही हंै। उन्होंने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि वे हर सप्ताह रविवार को अपने घरों की टंकी, गमले, कूलर आदि स्थानों को साफ करें और उसे अच्छी तरह से सूखने के बाद उसमें दोबारा पानी डालते हुए इस्तेमाल करें। उन्होंने बताया कि यदि व्यक्ति को बुखार, उल्टी ,आंखो में जलन , बदन दर्द ,सिरदर्द या अधिक थकान जैसे लक्षण दिखाई पड़े तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें। किसी भी प्रकार के लक्षण को नजरअंदाज ना करें और सावधानियां बरते। Post navigation कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके व्यक्तियों से अपील, प्लाजमा डोनेशन के लिए आगे आएं शुक्रवार को होगी नगर निगम गुरुग्राम के सदन की सामान्य बैठक