कोरोना के तूफान में डेंगू और मलेरिया को भूला स्वास्थ्य विभाग

डेंगू और मलेरिया की नहीं हो रही जांच

पंचकूला। कंज्यूमर्स एसोसिएशन और सेक्टर 10 आरडब्लूए पंचकूला ने संयुक्त विज्ञप्ति में मानसून मौसम की बीमारियों के बारे में गम्भीर चिंता व्यक्त की। कंज्यूमर्स एसोसिएशन के प्रधान एन सी राणा ने बताया की कोरोना के चक्कर में पंचकूला प्रशासन और म्युनिसिपल कारपोरेशन डेंगू और मलेरिया जैसे जानलेवा बीमारियों को भूल गए।

डेंगू और मलेरिया का अभियान जो मानसून शुरू होने से पहले चलाया जाता था इस बार उसका नामोनिशान नजर नहीं आया। पिछले कई महीनों से डेंगू और मलेरिया के लिए कोई भी व्यापक अभियान नजर नहीं आया। नाही घर जा जाकर ठहरे हुए पानी के बारे में जानकारी ली और नाही किसी जगह पर व्यवस्थित तरीके से फौगिंग की गई और ना ही लोगों के बीच डेंगू और मलेरिया के प्रति जागरूकता अभियान चलाया गया। ऐसा लगता है यह सारे स्टाफ को कोरोना की रोकथाम के लिए लगा दिया गया है और लोग भी डेंगू और मलेरिया या बुखार चेक करवाने के बजाय घर में रह कर दवा ले रहे हैं, अस्पताल नहीं जा रहे कि किसी वजह से कोरोना के चक्कर में ना पड़ जाए।

आरडब्ल्यूए के प्रधान गुप्ता ने बताया कि डोर टू डोर सर्वे भी नहीं करवाया जा रहा क्योंकि फील्ड स्टाफ की कमी बताई जा रही हैद्य डेंगू और मलेरिया की जांच के लिए विभाग हर साल एक लाख से ज्यादा ब्लड  स्लाइड तैयार करता है परंतु इस साल बहुत कम ब्लड स्लाइड तैयार की गई है जोकि आधे से भी कम बताई जा रही है।

कंज्यूमर्स एसोसिएशन व सेक्टर 10 आरडब्लूए के महासचिव वीके शर्मा ने प्रशासन एवं म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की लापरवाही को अत्यंत गंभीर मसला बताया। वीके शर्मा ने बताया कि घग्गर नदी के आसपास इलाके और कालका पिंजौर के क्षेत्र में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप है परंतु प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। दूसरी ओर पंचकूला में जो प्लॉट खाली पड़े हैं उनमें झाड़ियों और कांग्रेस ग्रास का जमावडा हो गया है चारों तरफ जंगल सा लगता है और इसमें मक्खी मच्छर तथा अन्य जीव जंतु पैदा हो रहे है। जिनसे डेंगू मलेरिया जैसी बिमारिया फैल सकती है। यह हमारे समाज के लिए अति हानिकारक सिद्ध हो सकता है।

प्रशासन से प्रार्थना है कि इन की साफ सफाई करवाए और वहां पर व्यवस्थित ढंग से फौगिंग या सैनिटाइजेशन करवाई जाए। उन्होंने बताया कि प्रशासन को जनता को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाना चाहिए जिसमें सेक्टर की आरडब्ल्यूए तथा अन्य संस्थाओं को आमंत्रित करें ।

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