कोथकलां गांव के दो दलित युवकों को मिर्चपुर चौकी में दो दिन तक गैर कानूनी रूप से बंदी बनाकर पुलिस ने की मारपीट दोनो युवकों के पैरो में फ्रैक्चर : विनोद व सोनू हांसी ,21 अगस्त ,मनमोहन शर्मा कोथकलां गांव में कुछ असामाजिक तत्वों ने विनोद व सोनू के घर में घुसकर मारपीट करने की कोशिश की। उपरोक्त असामाजिक तत्वो के खिलाफ शिकायत देने के लिए सुबह हम मिर्चपुर चौकी पहुंचे तो चौकी इंचार्ज व अन्य पुलिस कर्मचारियों ने ना तो हमारी शिकायत ली और हमें धमका कर एक साईड में बिठाने का आरोप लगाया और उपरोक्त दोषी लोगों के साथ सांठगांठ करके हमें दो दिन (17-18 अगस्त, 2020) तक गैर कानूनी तरीके से बन्दी बनाकर रखा व दिन में हमसे चौकी के प्रांगण में लगी घास को कटवाया व खुदाई करवाई व जबरन मजदूरी करवाई और रात को चौकी इंचार्ज समेत 6-7 पुलिस कर्मियों द्वारा शराब पीकर हमारी बुरी तरह से डण्डो के साथ पिटाई की गई व हमें खाने के लिए भी कुछ नही दिया गया। यह जानकारी एक प्रेस विज्ञप्पि में पीडित़ विनोद व सोनू ने दी । उन्होने पुलिस पर उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए कहा कि हमें 18 अगस्त 2020 रात्रि 11-12 बजे के बीच चौकी से डण्डे मारकर बाहर निकाल दिया हमारी हालत इतनी खराब थी कि हम चल भी नही पा रहे थे। हम अपने घर कोथकलां पहुंचे और सारी आपबीती अपने परिवारजनों को बताई और फिर हम 19 अगस्त को नारनौंद सिविल हस्पताल में ज्यादा चोट होने के कारण ईलाज के लिए पहुंचे और वहां हमने एम.एल.आर. कटवाई। चोट ज्यादा होने के कारण डॉक्टरों ने हमे ंसामान्य हस्पताल हिसार में रैफर कर दिया डाक्टर साहब ने हमारा एक्स-रे करवाया एक्स-रे काफी गुम चोटे तथा पैर की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया। हम दोनो भाईयों को डाक्टर के अनुसार पैरो में पलस्तर कर दिया गया है। उपरोक्त घटना की सुचना पाकर दलित एक्टिविस्ट कुलदीप भुक्कल व सविता काजल सामान्य हस्पताल हिसार में पहुंचे और हमारी पीड़ा जानी। दलित एक्टिविस्टों के आने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और आज सुबह कर्मबीर मिर्चपुर पुलिस चौकी से ब्यान लेने के लिए सामान्य हस्पताल हिसार आया और हमारे द्वारा लिखी गई शिकायत को लेने से साफ इंकार कर दिया और कहा कि मैं अपनी मनमर्जी के ब्यान लिखूंगा। हम दोनो भाईयों को उपरोक्त कर्मचारी द्वारा एक-एक थप्पड़ मारा गया और हमारी शिकायत को फैंक दिया और कुछ समय बाद आकर वापिस अपने साथ ले गया। कुलदीप भुक्कल व रजत कल्सन व सविता काजल दलित एक्टिविस्टों ने उपरोक्त घटना की घोर निन्दा की व हांसी पुलिस पर दलितों के साथ जबरदस्ती मारपीट करने, उन्हें प्रताडि़त करने, उनकी शिकायतों पर कार्यवाही ना करने के गम्भीर आरोप लगाये ओर हम मांग करते है कि दोषी सभी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करते हुए उन्हें तुरन्त प्रभाव से गिरफतार करके उन्हें सस्पैन्ड किया जावे अन्यथा हम अपने परिवार के साथ मिलकर पुलिस कार्यालय हांसी के सामने अनिश्चितकालीन आन्दोलन शुरू करेंगे जिसकी सारी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी। नारनौंद थाना प्रभारी दलबीर ने बताया कि गांव में बच्चों में कहां सुनी हो गई और उसके बाद पंचायत में आपस में फैसला व समझौता हो गया था । बाद की घटना की जांच करने के जांच अधिकारी कर्मवीर को भेजा हुआ है । पुलिस मामले की जांच कर रही है । जो भी दोषी होगा उसकें रिवलाफ कारवाई की जाएगी और जिला पुलिस अधिक्षक व डीएसपी को अवगत करवा दिया गया । Post navigation जननायक जनता पार्टी के नेता राहुल मक्कड़ ने अपने दादा विधायक स्वः अमीर चन्द्र मक्कड़ का नाम शिलान्यास पट्ट से हटाने को लेकर ज्ञापन दिया राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (NRA) कि स्थापना एवं कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) युवाओं के हित में-बलजीत यादव