भिवानी/मुकेश वत्स

 लम्बित मागों को लेकर जारी आशा वर्करों की हड़ताल आज वीरवार 14 वे दिन में पहुच गई। आज आशा वर्कर्स ने सीएमओ कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी की। हड़ताली आशा वर्कर्स के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मीयों के साथ धक्का मुक्की भी हुई, जिसके बाद विधायक धनश्याम सरार्फ के पीए ने आकर ज्ञापन लिया व जल्द ही सरकार से आशा वर्कर्स की मागों बारे समाधान करवाने का आश्वासन दिया। आज की हड़ताल की अध्यक्षता जिला प्रधान दर्शना बलियाली ने की व मंच संचालन हुक्मकोर ने किया।

हडताली आशा वर्करो को संबोधित करते हुए आशा वर्कर्स यूनियन के राज्य उप प्रधान कमलेश ने कहा कि आज आशाओ को जिन्होने देश व प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओ को मजबूत किया है। उनको न्यूनतम वेतन तक नही दिया जा रहा, कोविड के दौरान अतिरिक्त जोखिम भत्ते एवं कटी हुई प्रोत्साहन राशियों की बहाली की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। राज्य सरकार ने मांगों पर बातचीत के लिए 17 अगस्त को आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा (सीटू) को बुलाया, वार्ता लगभग डेढ़ घंटे तक चली मगर किसी भी बात पर कोई ठोस आश्वासन सरकार ने नहीं दिया। यह है कि  21 जुलाई 2018 को जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार आशाओं को सब सेंटर पर अलमारी स्मार्टफोन एवं एनम की भर्ती में वेटेज जैसे सरकार के 2 साल पहले के स्वयं के निर्णय को भी ठोस रूप में तुरंत लागू करने बारे उचित आश्वासन नहीं मिला है। वहीं केंद्र से मिलने वाली प्रोत्शाहन राशियों के 50 प्रतिशत की गई कटौती को बहाल करने बारे बात नहीं की जा रही। अतिरिक्त जोखिम भत्ता देने पर भी सरकार मौन है।

सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान सुखदर्शन सरोहा व सीटू के जिला प्रधान राममेहर सिंह ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह कोविड मैं ड्यूटी कर रही आशाओं के कोरोना योद्धाओं  का नाम दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस असंवेदनशील रुख के खिलाफ यूनियन ने हड़ताल  को 21 अगस्त तक जारी रखने का फैसला किया है।

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