कमलेश भारतीय

सुप्रीम कोर्ट ने एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के रहस्यमयी अंत की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया तो कुछ अति उत्साही लोग इसे जश्न का रूप देने लगे । यह बहुत शर्मनाक था क्योंकि परिवार के लिए यह जश्न का नहीं राहत मिलने जैसा फैसला था जिस परिवार का प्रतिभा वाली बेटा अचानक रहस्यमयी ढंग से दुनिया से विदा हो गया हो और चार बहनें भाई को खो चुकी हों उनके लिए इतनी ही राहत कि मुम्बई पुलिस की चंगुल से केस निकल कर सीबीआई को सौंप दी । इतने से ही परिवार थोड़ा आश्वस्त हो गया । अभी लडाई लम्बी है बल्कि शुरू हुई है ।

दो माह तो मुम्कपुलिस ने टरकाने की कोशिश की । जैसा कि बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि मुम्बई पुलिस की ने तो न उनके फोन का जवाब दे रही थी और न ही वाट्स अप मेसेज का । अब मन में शक का बीज पैदा हुआ और हमने संविधान के अनुसार एफआईआर दर्ज की और जांच के लिए मुम्बई गये हमारे अधिकारी को क्वार॔टीन कर दिया जो बहुत साजिश जैसा था ।

मुम्बई पुलिस और बिहार पुलिस के बीच सारा जोर अपने साथ में केस लेना था । बिहार पुलिस और बिहार सरकार की गुहार सीबीआई ने सुनी और मुम्बई पुलिस की बारी फजीहत हुई और हो रही है । यही नहीं संजय राऊत ने जिस तरीके से बयानबाज़ी की उससे भी यह मामला और शक के घेरे मे आया । उन्होंने तो यहां तक कहा कि सरकार के पास और बड़े काम हैं । एक सुशांत का ही केस नहीं है । शरद पवार भी सीबीआई को केस सौंपे जाने से खुश नहीं । इससे एक संकेत है कि कुछ न कुछ है जो रहस्य है और उससे पर्दा न उठ जाये इस बात का डर है । वही रिया जो खुद सीबीआई जांच की गुहार अमित शाह से लगा रही थी , वही पीछे पलट गयी । क्यों ? अब वकील कह रहा है कि जांच कोई भी करे , सत्य तो सत्य हक रहेगा ।

कौन सा सत्य ? वह जिसके सबूत रिया दो माह से मिटाने में जुटी थी ? कितने रहस्य है , कितनी परतें हैं और कितने खाने हैं इस केस के । राजनीति अलग चल पड़ी है । बिहार और महाराष्ट्र टकरा रहे हैं । यह भी सच्चाई है कि बिहार में चुनाव आने वाले हैं । कुनिका आनंद ने एक टी वी एंकर से कहा भी कि यूपी की सुदीक्षा भाटी के मामले को सीबीआई कै सौंपे जाने का मुद्दा नहीं उठाया क्योंकि आपको दर्शक ने मिलते । जबकि सुशांत के मामले में रिया की फोटोज लगा लगा कर आपने दर्शकों को बांधे रखा । सही प्वाइंट । टीवी चैनल यदि इसे एक मुहिम न बनाते कि सुशांत को इंसाफ दिलाना है तो गुप्तेश्वर पांडे के अनुसार मुम्बई पुलिस तो छह दिन में इस केस को आत्महत्या के रूप में खत्म कर रही थी । बहुत परतें खुलेंगी । सुशांत केस में । इंतज़ार कीजिए ।

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