भिवानी/मुकेश वत्स

 मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताएं रोटी, कपड़ा और मकान होते हैं। भिवानी जिला के गांव धाहरेडू की विधवा सुमन व गांव जुई की महिला खुशी के लिए डेरा सच्चा सौदा के लोग जब मदद को आगे आए तो वर्षो से मकान से महरूम इन महिलाओं के सिर पर सम्मान से जीवन जीने के लिए छत बन गई तथा उनका अपना मकान बनाकर देने में एक-दो व्यक्ति नहीं, बल्कि सैंकड़ों डेरा प्रेमियों ने कारसेवा कर इनके मकानों को बनाने का कार्य किया।

भिवानी निवासी व डेरा सच्चा सौदा के जिम्मेवार घनश्याम इन्सां ने बताया कि गांव जुई की निशा पत्नी संजय व गांव धाहरेडू की महिला सुमन पत्नी राजकुमार ने जब उनके सामने इस बात का जिक्र किया कि उनके पास रहने को अपना मकान नहीं है तो डेरा सच्चा सौदा की साध संगत ने अपने गुरू डाक्टर गुरमीत रामरहीम इन्सां की प्रेरणा से धन एकत्रित कर लगभग 50 से ज्यादा संख्या में कारसेवा कर इनका मकान एक ही दिन में बनाकर खड़ा कर दिया। उन्होंने बताया कि जुई खुर्द निवासी महिला खुशी अस्वस्थ रहती है तथा उनकी एक 17 वर्षीय बेटी है तथा उनके पति मजदूरी करते हैं। उनके पास अपना रहने को मकान नहीं था तो डेरा सच्चा सौदा की साध संगत ने इनका 12बाई 12 फीट का एक कमरा, 7बाई 6 फीट की एक रसाई, टॉयलेट व बाथरूम रिकॉर्ड एक ही दिन में बनाने का काम किया। वही गांव धाहरेडू की विधवा सुमन जो मात्र बुढ़ावा पेंशन पर अपना गुजर-बसर करती हैं। उसका मकान जर्जर अवस्था में था तथा छत टपक रही थी। आज उनका मकान की छत पक्की की गई, दीवारों की लिपाई की गई तथा कच्चे फर्श व आंगन को पक्का किया गया।