शिक्षा व्यवस्था में बेहतर बदलाव के साथ युवा पीढ़ी आत्म-निर्भर होगी चंडीगढ़, 18 अगस्त – हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने कुलपतियों व शिक्षाविदों का आवाहन किया कि वे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रभावी व त्वरित गति से लागू करने में पहल करें जिससे देश और प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था में बेहतर बदलाव के साथ युवा पीढ़ी आत्म-निर्भर होगी। आर्य मंगलवार को हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित डिजिटल कॉन्कलेव में कुलपति व शिक्षाविदों को संबोधित करे रहें थे। उन्होनें कहा कि शिक्षा जगत से जुड़े लोग नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में जबावदेही के साथ अपनी जिम्मेवारी निभाएगें तो निश्चत रूप से भारत के नव-निर्माण की प्रक्रिया में देश को अच्छे विद्यार्थी, व्यवसायी और अच्छे नागरिक मिलेगें। आर्य ने कहा कि किसी भी देश की प्रगति और भविष्य का आधार मजबूत शिक्षा तंत्र ही होता है। इसी उद्देश्य से 34 वर्ष के बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तैयार की गई है। यह शिक्षा नीति भारत के नव-निर्माण की आधारशिला है। इस शिक्षा नीति में 130 करोड़ लोगों की आकांक्षाआें को प्रतिबिंबित किया गया है। रा’यपाल ने कहा कि देश में शिक्षा के क्षेत्र में पहले एक भेड़चाल थी। सभी लोगों में देखा-देखी अपने बच्चों को डॉक्टर, वकील, इंजीनियर बनाने की हौड़ लगी रहती थी, लेकिन अब नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को राष्ट्रीय निर्माण और रचनात्मक शिक्षा का स्वरूप दिया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अध्यापक के स्वाभिमान का भी ध्यान रखा गया है। एक तरफ जहां विद्यार्थियों को स्थानीय पहलुओं से लेकर विश्व स्तरीय प्रणाली से जोड़ा गया है, दूसरी तरफ शिक्षकों के स्तर को बढ़ाने के लिए भी प्रशिक्षण आदि का विशेष प्रावधान किया गया है। Post navigation मादक पदार्थ तस्करों पर हरियाणा पुलिस की पैनी नजर बिजली क्षेत्र के कर्मचारियों ने किया निजीकरण और मलिक के निलंबन का विरोध