चण्डीगढ,17अगस्त:-ऑल हरियाणा रोङवेज वर्कर्स युनियन के प्रान्तीय प्रधान हरिनारायण शर्मा व महासचिव बलवान सिंह दोदवा ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया कि परिवहन मन्त्री द्वारा 2 सितंबर को बुलाई गई बैठक एक छलावा है। उन्होंने बताया कि जब-जब रोङवेज की कोई भी युनियन विभाग व कर्मचारी हित में कोई भी आन्दोलन करती हैं तो परिवहन मन्त्री जी अपनी साख बचाने व आन्दोलन रुकवाने के लिए तत्परता से सभी रोङवेज वर्कर्स युनियनों की बातचीत के लिए बैठक बुला लेते हैं। बैठक में परिवहन मन्त्री के अलावा परिवहन विभाग के तमाम आला अधिकारी मौजूद होते हैं। बैठक में युनियनों द्वारा दिये गये मांगपत्रों पर लम्बी चौड़ी बातचीत होती है तथा परिवहन मन्त्री जी द्वारा सभी मांगो पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए परिवहन अधिकारियों को सख्त आदेश दिये जाते हैं कि रोङवेज कर्मचारियों की लम्बित पङी सभी मांगो को तुरंत लागू किया जाये। परिवहन के आला
अधिकारी भी मन्त्री जी की हां में हां मिलाते हुए पुरा -पुरा आश्वासन देते हैं कि सभी जायज मांगो को तुरंत लागू कर दिया जायेगा। लेकिन बैठकों के बाद परिवहन अधिकारियों द्वारा किसी भी मांग को पुरा नहीं किया जाता तथा बैठकों में हुई बातचीत का परिणाम शून्य निकलता है।

शर्मा व दोदवा ने बताया कि इससे पहले भी 6 जनवरी,12मार्च व 4जून 2020 को रोङवेज की तमाम युनियनों की परिवहन मन्त्री के साथ बैठक हो चुकी है। परिवहन मन्त्री जी ने हर बार रोङवेज कर्मचारियों की सभी जायज मांगो को तुरंत लागू करने के आदेश परिवहन अधिकारियों को दिये हैं तथा अधिकारियों ने भी सभी मांगो को तुरंत लागू करने का आश्वासन दिया है। लेकिन बङे दुख का विषय है कि दिये गये आश्वासन के तहत सिर्फ पदोन्नति की मांग को छोड़कर आज तक एक भी मांग का समाधान नहीं हुआ है। इससे साफ जाहिर होता है कि या तो परिवहन मन्त्री जी सिर्फ आन्दोलन रुकवाने के लिए बैठक में झूठा आश्वासन देते हैं या मन्त्री जी के आदेशों को परिवहन अधिकारी तवज्जों नहीं देते। इसलिए युनियन को अब भी यही आभास है कि मन्त्री जी सिर्फ आन्दोलन रुकवाने के लिए बैठक बुला रहे हैं जो एक छलावा है लेकिन परिणाम इस बैठक का भी शून्य ही होगा। अगर मन्त्री जी वास्तव में कर्मचारी हितैषी हैं तो पहले मानी हुई मांगो को लागू करें तथा उसके बाद दुसरी बैठक बुलाएं।

शर्मा व दोदवा ने बताया कि रोङवेज कर्मचारियों की मुख्य मांगें जैसे कि परिवहन निति 2016 को रद्द किया जाये,तकनीकी कर्मचारियों के राजपत्रित अवकाशों को पुनः बहाल किया जाये,वर्ष 1992 से 2002 तक भर्ती हुए सभी कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से रैगुलर मानकर सभी लाभ दिये जांये,कर्मशाला कर्मियों को सभी डिपुओं में एक समान तकनीकी स्केल एवं एसीपी का लाभ दिया जाये,वर्ष 2016 में सभी शर्तें पास करके भर्ती हुए चालकों को नियुक्ति तिथि से रैगुलर किया जाये,सभी पदों की पदोन्नति में समय सीमा निर्धारित की जाये,चालकों की पदोन्नति के तकनीकी निरीक्षक के पद सर्जित किये जायें,सभी श्रेणी की पदौन्नतियों में वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाये, बोनस की स्थाई नीति बनाई जाये तथा 4 साल के बकाया पङे बोनस का भुगतान किया जाये,यात्रियों को टिकट जारी करने के लिए परिचालकों को ई-टिकटींग मशीनें जारी की जाये, परिचालकों के वेतनमान में संशोधन करके अपग्रेड किया जाये,कर्मचारियों की बकाया पङी वर्ष 2012-15 पिरियड की एलटीसी का भुगतान किया जाये,चतुर्थ श्रेणी व एक्स सर्विसमैन कर्मचारियों को टाईप टैस्ट में छुट दी जाये तथा सरकार द्वारा सहमति की गई 867 बसों को खरीदकर तुरंत बेङे में शामिल किया जाये आदि बकाया पङी हैं जिनको परिवहन मन्त्री जी ने हर बैठक में पुरा करने का आश्वासन दिया है लेकिन आज तक पूरा नहीं हुआ।

परिवहन मन्त्री जी ने आज तक किये गये किसी भी वायदे को पुरा नहीं किया है। इससे साफ जाहिर है कि 2 सितम्बर को होने वाली बैठक भी फ्लाप साबित होगी। इसलिए युनियन मांग करती है कि परिवहन मन्त्री जी मानी गई सभी मांगो को तुरंत प्रभाव से लागू करवायें ताकि रोङवेज कर्मचारियों का मन्त्री जी पर विश्वास कायम हो। युनियन ने चेतावनी दी है कि अगर 2 सितम्बर को भी होने वाली बैठक में भी कोरा आश्वासन मिला तो ऑल हरियाणा रोङवेज वर्कर्स युनियन कर्मचारियों की मांगो को लेकर तीखा आन्दोलन करेगी। जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार व परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों की होगी।

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