चंडीगढ़। हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन सम्बन्धित सर्व कर्मचारी संघ द्वारा अम्बाला डिपो में मांगों को लेकर 53 दिन चले धरने में शामिल परिचालक जयभगवान की 15 अगस्त 2018 को मृत्यु होने पर यूनियन की राज्य कमेटी से हुई बातचीत में महानिदेशक वीरेंद्र सिंह दहिया ने 8 लाख रूपये मुआवजा राशि एक सप्ताह में देने की घोषणा की। परिचालक की पत्नी द्वारा मुआवजा लेने के लिए दो वर्ष से दर दर की ठोकरे खाने पर भी महानिदेशक का दिल नही पसीजा।

यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष  इन्द्र सिंह बधाना, महासचिव सरबत सिंह पूनिया, वरिष्ठ उप प्रधान नरेन्द्र दिनोद, उप महासचिव बलबीर जाखड़, राज्य कार्यालय सचिव जयकुमार दहिया व प्रैस प्रवक्ता श्रवण कुमार जांगड़ा ने सयुंक्त ब्यान में बताया कर्मचारियों की मांगों के लिए अम्बाला डिपो में धरने में परिचालक जयभगवान भाग ले रहा था। महाप्रबंधक द्वारा धरने में भाग लेने वाले कर्मचारियों पर दमनात्मक कार्रवाई करने की धमकी देने पर परिचालक जयभगवान के दिमाग की नश फटने पर मृत्यु हो गई। परिचालक की मृत्यु होने पर अम्बाला डिपो में कर्मचारियों ने बसों का चक्का जाम करने पर महानिदेशक वीरेंद्र सिंह दहिया ने यूनियन की राज्य कमेटी को बातचीत के लिए चंडीगढ उनके कार्यालय में बुलाया।

कर्मचारी नेताओं ने कहा यूनियन शिष्टमंडल के साथ हुई बातचीत में महानिदेशक वीरेंद्र सिंह दहिया ने परिचालक जयभगवान की मृत्यु पर उनके परिवार को 8 लाख रूपये मुआवजा एक सप्ताह में देने की घोषणा की। कर्मचारी नेताओं ने बताया यूनियन के लगातार प्रयासों से भी परिचालक जयभगवान के परिवार को मुआवजा नहीं दिया गया व परिवार को भूखे मरने की नौबत आ गई। परिचालक की पत्नी ने यूनियन से हुए समझौते अनुसार 26 फरवरी 2020 को अम्बाला महाप्रबंधक से मिलकर महानिदेशक की घोषणा अनुसार प्रार्थना पत्र देकर 8 लाख रूपये देने की गुहार लगाई। महाप्रबंधक ने 11 मार्च 2020 को महानिदेशक को पत्र लिख कर जयभगवान परिचालक के परिवार को 8 लाख रूपये मुआवजा देने की सिफारिश की। फिर भी महानिदेशक पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के लिए बिल्कुल भी गम्भीर नहीं है। उन्होंने कहा महानिदेशक द्वारा की जा रही वादाखिलाफी व तानाशाही के खिलाफ 21 अगस्त को सभी डिपूओं में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा व महाप्रबंधकों के माध्यम से महानिदेशक को ज्ञापन भेजा जाएगा।

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